समय बदल रहा है और साथ ही बदल रहे हैं लोगों के तौर तरीके। आज का समय पहले के मुकाबले काफी एडवांस हो गया है। समय की रफ्तार के साथ हर चीज बदलती जा रही है और साथ लोगों के काम करने का तरीका भी बदल रहा है। अब टेक्नोलॉजी का जमाना है , जहां पहले एक कार्य करने के लिए घंटो घंटो लाइन में लगना पड़ता था वही आज समय इतना बदल गया है कि छोटे से छोटा कार्य एक क्लिक से पूर्ण हो जाता है।
आज लगभग सभी कार्य फोन लैपटॉप कंप्यूटर जैसी एडवांस तकनीकी वाली चीजों से होता है। जिस तरफ लोगों के कार्य के लिए सुविधाएं बढ़ रही है ,वहीं दूसरी ओर लोगों की परेशानियां भी बढ़ रही है। जहां एक तरफ लोगो का सभी कार्यों के लिए फोन लैपटॉप इत्यादि जैसी चीजों की ओर रुझान हो रहा है, वहीं दूसरी और साइबर क्राइम जैसी घटनाएं भी अपनी चरम सीमा पर है।
इसी समस्या को दूर करने के लिए सेक्टर 16 ओल्ड मार्केट में साइबर थाने का निर्माण करवाया गया है।अब साइबर अपराध की शिकायत लेकर नागरिकों को एक से दूसरे दफ्तर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। मुकदमा दर्ज होने के लिए महीनों इंतजार भी नहीं करना होगा। ओल्ड फरीदाबाद तालाब रोड के पास साइबर थाना बन गया है। पहले साइबर अपराध की शिकायतों के लिए कोई निर्धारित स्थान नहीं था। लोग पुलिस आयुक्त कार्यालय, एसीपी क्राइम, साइबर सेल, संबंधित थाना-चौकियों में शिकायतें लेकर भटकते थे। शिकायत पर पहले साइबर सेल जांच करती थी। इसके बाद संबंधित क्षेत्र के थानों को मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश करती थी। मुकदमा दर्ज होने में सात से आठ महीने लग जाते थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साल 2018 में प्रदेश में छह साइबर थाने बनाने की घोषणा की थी। इसी वर्ष जून माह में फरीदाबाद, रेवाड़ी, रोहतक, हिसार, करनाल और अंबाला में थानों के लिए मंजूरी मिली और बजट निर्धारित किया गया। एसीपी सराय कार्यालय किया पुलिस लाइन में स्थानांतरित
ओल्ड फरीदाबाद तालाब रोड पर जिस इमारत में साइबर थाना बनाया गया है, उसमें पहले एसीपी सराय का कार्यालय था। यहां से उनका कार्यालय सेक्टर-30 पुलिस लाइन स्थानांतरित कर दिया गया है। साइबर थाने के लिए बुधवार को ही पुलिस आयुक्त ने 27 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की थी। अब तक साइबर सेल प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे इंस्पेक्टर बसंत कुमार जिले के पहले साइबर थाना प्रभारी नियुक्त हुए हैं। लगातार बढ़ रहे हैं साइबर अपराध के मामले
साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। साल 2019 में साइबर ठगी की करीब तीन हजार शिकायतें मिलीं। वहीं साल 2020 में अब तक करीब साढ़े तीन हजार शिकायतें मिल चुकी हैं। अधिकतर शिकायतें बैंक कर्मी बनकर खाता साफ करने की हैं। साइबर थाना बनकर तैयार हो गया है। विधिवत उद्घाटन के बाद थाने में काम शुरू हो जाएगा। जल्द ही उद्घाटन की तारिक तय की जाएगी।