सुशांत सिंह की हत्या का मामला देखते ही देखते कंगना विवाद में तब्दील हो गया। अभिनेत्री कंगना के दफ्तर में बुलडोज़र चलाया तो इस पर जम सियासत शुरू हो गयी। पहले तो अभिनेत्री कंगना रनौत ने ट्वीट कर एक एक पर निशाना सादना शुरू किया तो उनके समर्थक और फैंस कैसे चुप बैठते। कंगना के फेवर में जम कर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और नारेबाज़ी शुरू हो गयी।
कंगना के बहाने उद्धव सरकार पर निशाना सादते हुए देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। कंगना विवाद में अब दाऊद की एंट्री करवा रहे देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र सरकार को निशाना बनाया। बोले सिर्फ महाराष्ट्र सरकार को कंगना का दफ्तर ही अवैध दिखा, दाऊद का घर तोड़ने की हिमाकत करो तो माने।
इतना ही नहीं फडणवीस ने तो यहां तक बोल डाला कि महाराष्ट्र सरकार जितनी क्षमता कंगना के पीछे लगा रहे हैं उतनी अगर कोरोना की स्थिति पर गंभीरता से विचार करती तो लोगों की जान बचाई जा सकती।
BMC ने कंगना के दफ्तर को तो मलबे में तब्दील कर दिया पर मलबे से उठी धुल अब महाराष्ट्र सरकार को दागदार करने लगी है। वहीं कंगना के ट्वीट सरकार की किरकिरी कर रहे हैं। कंगना ने ट्वीट कर कहा कि जिस बात का बाला साहेब ठाकरे को दर था, वही हुआ है शिव सेना अब सोनिया सेना बन गयी है।
अपने पाली हिल स्थित दफ्तर को राम मंदिर बताते हुए कंगना ने ट्वीट किया कि इतिहास दोहराया गया है और मेरा राम मंदिर आज बाबर ने तोड़ दिया। पर बाबर ये बात याद रखे कि मई अपना राम मंदिर जल्द बनाउंगी। बस फिर क्या था अयोध्या के मठों ने साधु संत भी कंगना के समर्थन में उतर आये। राजसत्ता तो पहले ही कंगना के साथ थी पर अब कंगना को धर्मसत्ता का भी समर्थन मिल गया है।
Written By-MITASHA BANGA