देश के एक ऎतिहासिक फैसले ने बरसो से इतंजार में बैठे लोगो की तम्मना को पूरा कर दिया वो फैसला था अयोध्या में राम मंदिर बनने का जिसका न जाने कितने बरसो से सभी राम भक्तो को इतंजार था ।
कई सालों बाद अब जाकर वो सपना पूरा हुआ। 480 किलो मीटर दूर बैठकर यही सोचा जा रहा था की कैसे फरीदाबाद अपनी भूमिका राम मंदिर बनने में निभा पायेगा। लेकिन एक जिम्मेदारी के साथ फरीदाबाद की एक कंपनी अपनी भूमिका निभा रही है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कई सालो से खुले आसमान में पड़े भारी भरकम पत्थरों पर काई जम गई है और वे अब काले पड़ गए है। ऐसे में फरीदाबाद निवासी संदीप गर्ग की कंपनी क्लीन एंड क्योर उन पत्थरो की सफाई कर रही है। उन पत्थरो को आधुनिक तकनीक व् २३ तरह के रसायनो से चमकाया जा रहा है
यह वही पत्थर है जिनसे राम मंदिर का निर्माण किया जाना है। संदीप ने बताया इस काम को मैं पूरी श्रद्धा भाव से कर रहा हूँ और किसी भी प्रकार कोई शुक्ल इसके लिए नहीं लिया है ।
सेक्टर १९ निवासी संदीप गर्ग ने बताया की मंदिर की कार्यशाला में राम मंदिर की एक मंजिल के लिए करीब सवा लाख घन फुट पत्थर तराशकर रखे गए है ।
पिछले करीब 28 वर्षो से खुले आसमान के नीचे पड़े इन पत्थरो ने धूप बरसात ,गर्मी , सर्दी , सब कुछ सहन किया है शहर में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना तैयार की गई है। जब सर्वे किया गया उसके बाद यह फैसला लिया गया की यह काम फरीदाबाद की क्लीन एंड क्योर कंपनी को दिया जाए ।
२३ प्रकार के रसायनो से चमकाए जा रहे है पत्थर
संदीप ने बताया की राम मंदिर के पुराने पड़ चुके पत्थरो को चमकाने का काम मेरी कपंनी को दिया गया है जिसमें २३ तरह के रसायनो का प्रयोग किया जा रहा है इन पत्थरो को साफ करने के लिए स्टोन क्लीनर ,एल्गो रिमूबर स्टेन रिमूवर रस्ट रिमूवर सीमेंट रिमूबर सहित अन्य २३ रसायनो का उपयोग किय जा रहा है साथ ही उन्होंने कहा की काम बहुत संभल कर किया जा रहा है
भगवांन का काम करने में ख़ुशी हो रही है
संदीप गर्ग ने बताया की उन्हें इस बात की ख़ुशी है की राम मंदिर के निर्माण में लाखो करोडो लोग किसी न किसी तरह अपनी भूमिका निभा रही है और इस कार्य में अपना योगदान दे रहे है उन्होंने बताया की उनका परिवार भी इस कार्य से बहुत खुश है। संदीप की कम्पनी बहुत सालो से ऎतिहासिक धरोहर भवनों मठो मंदिरो इमरतो के सौन्दर्यीयकरण का कार्य करती आ रही है मगर राम मंदिर में अपना योगदान देना सौभाग्य की बात है