नरक से भी बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर है शहरवासी, कहि आपका इलाका भी तो नही है इसमें शामिल??

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मौत से भी बतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर है शहरवासी। हर महीने टैक्स भरने के बाद भी सड़को के गढ़े ठीक नहीं होते,जल भराव की समस्या से लोगो को राहत नही मिलती ,आस पास की गन्दगी साफ़ नहीं होती। अब ऐसे में सवाल उठता है की जनता का पैसा कहा जा रहा है। इलेक्शन के टाइम पर एक आम इंसान बहुत भरोसे के साथ अपना नेता चुनता है ताकि उसे आस पास की इस समस्या से छुटकारा मिलेगा। लेकिन जनता के वोटो से जितने के बाद नेता लोग उस शहर की तरफ़ मुड़कर देखते तक नहीं है, की उनकी जनता जिनकी वजह से उन्हें य कुर्सी मिली ही वो किस हाल में ऐसी जिंदगी जी रहे है।

नरक से भी बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर है शहरवासी, कहि आपका इलाका भी तो नही है इसमें शामिल??

पहचान फरीदाबाद की टीम ने जब फरीदाबाद शहर का ब्योरा किया जो जाना की ऐसे कई इलाके है जहा शहर वासी नरक से भी बत्तर जिंदगी जीने के लिए मजबूर है। जहां सड़कों पर महीने महीने भर सीवर का गंदा पानी भरा रहता है।

नरक से भी बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर है शहरवासी, कहि आपका इलाका भी तो नही है इसमें शामिल??

आपको बता दे कि कृष्णा कॉलोनी में 3 महीने से सीवर के पानी की निकासी नहीं होने की वजह से गंदा पानी सड़क पर जमा है। इससे सड़क पर काई जम गई है। इलाके में गंदी बदबू भी रहती है, इससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है टूटी रोड पर भरे गंदे पानी के बीच से निकलना लोगों की मजबूरी बन गया है। उनका आरोप है कि इलाके में बीमारी फैलने का डर बना हुआ है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी इन लोगों की समस्या का कोई निवारण नहीं किया गया।

नरक से भी बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर है शहरवासी, कहि आपका इलाका भी तो नही है इसमें शामिल??

सेक्टर 21ए मैं भी सीवर ओवरफ्लो से लोग परेशान है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि कई दिनों से सिमरन ओवरफ्लो जैसी समस्या से उन्हें जूझना पड़ रहा है। इससे सेक्टर के लोगों में काफी गुस्सा है। कई बार नगर निगम में शिकायत करने के बाद भी इसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।

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इसी प्रकार की जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं गली नंबर 56 वार्ड नंबर 4 संजय कॉलोनी के लोग। उन्होंने ट्वीट कर कर भी सरकार तक अपनी समस्या पहुंचाने का कई बार प्रयास किया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढे होने के कारण कई महीनों तक सीवर का पानी भरा रहता है। जिसके कारण जमे हुए पानी में डेंगू मलेरिया फैलाने वाले मच्छर भी पनप रहे हैं। जिसके कारण बीमारियों का खतरा और भी ज्यादा बढ़ रहा है। जलभराव के कारण कई बार सड़कों के गड्ढों का नहीं पता लगता था जिससे एक्सीडेंट के खतरे भी बढ़ रहे हैं आए दिन कोई ना कोई बाइक सवार व्यक्ति इन गड्ढों में गिरता रहता है।

नरक से भी बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर है शहरवासी, कहि आपका इलाका भी तो नही है इसमें शामिल??

यह थी बोर्ड नंबर 4 के लोगों की कहानी लेकिन ऐसा ही हाल कुछ वार्ड नंबर 5 के लोगों का भी देखा जा सकता है। गंदे पानी की निकासी ना होने के कारण सड़कों पर हर समय गंदा पानी भरा रहता है। जिसमें अगर कोई भी व्यक्ति पैदल तो यात्रा कर ही नहीं सकता। सड़कों पर भी गहरे गहरे गड्ढे हो रखे हैं, जिसमे से निकलना बेहद मुश्किल है। महीनों महीनों तक गड्ढों में जलभराव के कारण डेंगू मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी पनप रही है। जिस पर ना ही नगर निगम का और ना जी वोट मांग कर जीतने वाली सरकार का ध्यान जा रहा है। अब ऐसे में शहर वासी जाएं तो कहां जाएं, सरकारी बदल रही है लेकिन समस्या वही की वही है। यह प्रशन सरकार से उठता है की जनता को इस समस्या से कब छुटकारा मिलेगा??