हरियाणा में कोरोना का प्रहार हर दिन, हर मिनट लगातार तेज़ी से बढ़ रहा है। प्रदेश में डेंगू के मरीजों का उपचार करने व डेंगू बुखार से मौत की संभावनाओं को कम करने के उद्देश्य से सरकारी अस्पतालों में डेंगू मरीजों को अब निशुल्क प्लेटलेट्स उपलब्ध करवाई जाएगी। बिना आर्थिक दबाव डेंगू मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले, इस दिशा में सरकार ने यह फैसला लिया है।
किसी भी राज्य सरकार का यह पहला धर्म होता है कि वह अपनी जनता की सुरक्षा करे। अभी गुरुग्राम, पंचकूला, करनाल, रोहतक, सोनीपत में एसडीपी सुविधा प्लेटलेट्स एफ़ेरेसिस मशीन उपलब्ध है।
बारिश में इस मौसम में डेंगू जैसी बिमारियों की संभावनाएं अधिक बढ़ जाती हैं। राज्यभर की सरकारी प्रयोगशालाओं में डेंगू का परीक्षण मुफ्त किया जा रहा है। विभाग जहां एक ओर विभाग कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है। वहीं दूसरी ओर यह डेंगू जैसी अन्य बीमारियों के प्रसार की निगरानी भी कर रहा है।
भारत के सभी राज्यों को इस समय कोरोना के साथ – साथ ऐसी बिमारियों से भी लड़ना है। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा के मुताबिक राज्य में 2017 से डेंगू के मामलों में कमी आई है। सितंबर, 2020 में अब तक डेंगू के केवल 33 पुष्ट मामले सामने आए हैं। मुख्य रूप से दो जिलों, गुरुग्राम (20) और भिवानी (10) से डेंगू के मामलों की रिपोर्ट मिली है।
फरीदाबाद में भी हर साल डेंगू के सैकड़ों मामले सामने आते हैं। प्रदेश में डेंगू के कारण होने वाली मृत्यु को रोकने के उद्देश्य से नई पहल के तहत सरकारी अस्पतालों में डेंगू के रोगियों के लिए निशुल्क सिंगल डोनर प्लेटलेट्स का प्रावधान शुरू किया गया है, क्योंकि गंभीर थ्रोम्बोसाइटोपेनिया वाले कुछ डेंगू मरीजों को तुरंत एसडीपी की आवश्यकता होती है।