कांग्रेस पार्टी में हुए चिट्ठी कांड के बाद संगठन ने बड़े स्तर पर बदलाव करते हुए हरियाणा में मौजूद कांग्रेस के दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है ऐसे में अब रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस के महासचिव पद पर नियुक्त किए गए हैं।
वही इन सबके बीच अब पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को संगठन में कोई जगह ही नहीं मिल पाई है जबकि उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को स्थान दिया गया है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कार्यभार से किया दरकिनार
जानकारी के मुताबिक हरियाणा कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद को भी उनके पद से निष्कासित कर दिया गया है। वहीं अब गुलाम नबी की जगह विवेक बंसल को हरियाणा कांग्रेस प्रभारी पर नियुक्त किया गया है।
आपको बताते चलें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संगठन में बदलाव के संकेत पहले से ही दे दिए थे शुक्रवार देर शाम कांग्रेस के नए पदाधिकारियों की लिस्ट जारी कर सबके समक्ष प्रस्तुत किया गया।
साथ ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा को संगठन में किसी भी तरह की कोई जिम्मदारी नहीं दी गई है. लेकिन, उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को संगठन में इस बार जिम्मदारी दी गई है. इसी के साथ पार्टी में रणदीप सिंह सुरजेवाला को ज्यादा पालरफुल बनाया गया है. उनको तिहरी जिम्मेदारी दी गई है.
रणदीप सिंह सुरजेवाला को कांग्रेस महासचिव के अलावा दी कर्नाटक की जिम्मेदारी
आपको बता दें कि रणदीप सिंह सुरजेवाला को कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है और साथ ही कर्नाटक की जिम्मेदारी सौंपी है। इतना ही नहीं सुरजेवाला को 6 सदस्यीय विशेष कमेटी में भी शामिल किया गया है।
संगठनिक और ऑपरेशनल मामले देखने वाली इस राष्ट्रीय कमेटी में सुरजेवाला सहित शीर्ष स्तर के 6 नेताओं को शामिल किया गया है। साथ ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सुरजेवाला को सदस्य बनाया गया है।
कांग्रेस संगठन ने हुड्डा और कुमारी शैलजा को किया साइड लाइन
जानकारी के मुताबिक, हरियाणा में कांग्रेस के सबसे दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा को भी कोई पद नहीं दिया गया है।
इन दोनों ही नेताओं को इस बार साइडलाइन कर दिया गया है. साथ ही बता दें कि दीपेंद्र हुड्डा और कुलदीप बिश्नोई को विशेष आमंत्रित सदस्यों में शामिल किया गया है।