21 साल की उम्र में जब इंसान अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर रहा होता है। उस उम्र में प्रवीन कौर ने अपने गाँव की देख रेख का बीड़ा संभाला है। प्रवीन हरियाणा राज्य की सबसे कम उम्र सरपंच है। इस महीने की शुरुआत में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने प्रवीन की तारीफ करते हुए ट्वीट किया था। कौर हरियाणा राज्य की युवा सरपंच हैं।
हरियाणा के ककराला कूचियाँ गाँव की सरपंच प्रवीन कौर साल 2016 में बतौर सरपंच चुनी गई थी। अपनी कम उम्र के चलते उन्होंने सोशल मीडिया पर भी काफी सुर्खियां बटोरी थी। एक पत्रकार से बात करते हुए प्रवीन ने बताया कि
” जनवरी 2021 में मेरा सरपंच कार्यकाल विराम पर चला जाएगा। पर मेरे लिए इन 5 सालों में सबसे बड़ी उपलब्धि रही है अपनी हमउम्र लड़कियों का प्रेरणा स्रोत बनना। आज मुझे देख कर बहुत सी लड़कियां ऐसी हैं जो मेरे जैसा बनना चाहती हैं। ”
बात की जाए प्रवीन कौर के कार्यकाल की तो उन्होंने अपने गाँव में बड़े बदलाव किये हैं। महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए कौर ने सबसे पहले अपने गाँव के हर नुक्कड़ और हर नाके पर सीसीटीवी की व्यवस्था करवाई। साथ ही साथ पानी की समस्या से निजात पाने के लिए प्रवीन ने वॉटर कूलर्स का भी गठन किया।
सोलर लाइट्स और बच्चों के पाठन हेतु लाइब्रेरी का भी निर्माण करवाया गया है। प्रवीन कौर के काम से प्रसन्न होकर पीएम मोदी ने भी उनकी तारीफ में कसीदे पड़े हैं। साल 2017 में महिला दिवस के उपलक्ष पर पीएम मोदी ने प्रवीन कौर को सम्मानित किया था। हरियाणा सरकार भी कौर को कई कार्यक्रमों में सम्मानित कर चुकी है।