शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से एक निजी होटल में ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 के पालन पर चर्चा करने के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में फीडबैक फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजय सिन्हा ने बतौर विशेषज्ञ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इस मौके पर सिन्हा ने बताया कि आज शहर में रोजाना 800 टन से अधिक कचरा निकल रहा है। वहीं जागरूक नागरिकों की भागीदारी से तीन महीने बाद कचरे की मात्रा 40 से 50 फीसद कम हाे जाएगी। इसके लिए शहरवासियों को अपनी इस सोच को बदलना होगा कि शहर से कचरा साफ करने का जिम्मा नगर निगम या इकोग्रीन का है।
विशेषज्ञ अजय सिन्हा ने स्वच्छ सर्वेक्षण में टॉप 10 में आने के लिए बताएं कुछ उपाय
घर से निकलने वाले कचरे से प्यार करो। उसे वहीं गीला, सूखा अलग-अलग करना शुरू करो। खाद बनाओ और उसका सदुपयोग करो। सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं और आरडब्ल्यूए को अभी से स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में जुट जाना चाहिए। अगर हम ऐसा करने में सफल रहे, तो निश्चित रूप से इंदौर, भोपाल और सूरत जैसे शहरों की तरह स्वच्छ सर्वेक्षण में अव्वल आ कर मिसाल बनेंगे।
वह इस मौके पर कन्फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए के चेयरमैन एनके गर्ग ने कहा हमें खुशी है कि स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले शहर की आरडब्ल्यूए को कार्यशाला से जोड़ा गया है। इकोग्रीन को अभी कुछ कमियों को दूर करना होगा। गीला और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्र करके शहर को स्वच्छ बनाना होगा। हम हर तरह से सहयोग करने को तैयार हैं
वहीं आरडब्ल्यूए, सेक्टर -9 के प्रधान रणबीर चौधरी ने कहा कि हम पूरा प्रयास करेंगे कि हमारा शहर टॉप-10 में आए। नगर निगम के साथ मिलकर हर नागरिक को अपने शहर को बेहतर बनाने के लिए आगे आना चाहिए।
इस मौके पर नगर निगम डॉ यश गर्ग ने कार्यशाला में मौजूद उपस्थित गणों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं यह चाहता हूं कि शहर के लोग बेहतरी के लिए सुझाव दें, आगे आएं। इसलिए आरडब्ल्यूए की टीमों को आमंत्रित किया गया, ताकि फीडबैक मिल सके। हर नागरिक स्वच्छता के मुद्दे पर बस गंभीर हो जाए, तो नतीजे अच्छे आएंगे।
नगर निगम महापौर सुमन बाला ने कहा कि मैंने सभी पार्षद साथियों से कहा है कि वे अपने-अपने वार्ड की जिम्मेदारी संभालें। स्वच्छता के मामले में कमियों को दूर करें। मुझे विश्वास है कि अगर सब मिलकर जुटेंगे, तो हम जनवरी 2021 के स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर स्थिति में होंगे।
कार्यशाला में महापौर सुमन बाला, वरिष्ठ उप महापौर देवेंद्र चौधरी, उप महापौर मनमोहन गर्ग, निगमायुक्त डॉ.यश गर्ग, पार्षद दीपक चौधरी, सुरेंद्र अग्रवाल, जयवीर खटाना के साथ इकोग्रीन के सहायक प्रबंधक अनंतनाथ, प्रबंधक मनीष अग्रवाल तथा विनोद देवधर और विभिन्न आरडब्लयूए के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।ik