पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद श्री ओ॰पी॰ सिंह ने आज तीनों जोनों के पुलिस अधिकारियों की संगोष्ठी के दौरान निर्देश दिए कि समाज से अपराध को समाप्त करने के लिए हर संभव युक्ति अपनाई जानी चाहिए। जैसे – जो लोग आदतन अपराधी हैं, उनकी हिस्ट्री सीट या पर्सनल फाइल खोली जाएँ और इनकी नियमानुसार थाना में हाजरी सुनिष्चित की जाए
इलाके में असमाजिक तत्वों की हलचल पर कड़ी नजर रखी जाए। जिनकी आजीविका अपराधिक कमाई पर निर्भर हो उनकी संपत्ति के ब्यौरे एकत्रित किए जाएँ। जो लोग अराजकता फैलाने या अपनी स्वार्थ सिद्धि के उद्देष्य से समाज में पार्टीबाजी करते है, अवैध भीड़ जुटाते हैं या दंगे करवाते हैं, अवैध शराब का धंधा करते हैं, जुए का अड्डा चलाते हैं, सट्टा लगाते हैं या अवैध हथियार रखत हैं।
उनकी पहचान कर उन पर कानून का सिकंजा कसा जाना चाहिए और ग्राम अपराध पुस्तिका में ऐसे व्यक्तियों के इंद्राज किए जाने चाहिएँ तथा समय पर ऐसे लोगों की सूची को अद्यतन किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त इलाके में दौरा करके लोगों के अपराधों से दूर रहने तथा अपराधियों द्वारा अपराध के दौरान प्रयोग में लाई जाने वाली युक्तियां के बारे में बताते हुए उन्हें अपराधियों से सतर्क रहने के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए।
अधिकारियों द्वारा पी॰सी॰आर॰, राइडर व बीट अफसरों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उन्हें कार्य दिए जाकर उन पर नजर रखी जानी चाहिए। अगर कार्य निष्पादन रिपोर्ट आने के बाद किसी प्रकार की कोई कमी नजर आती है, तो सालीनता पूर्वक मार्गदर्षन उपरांत कार्य पुनः दिया जाना चाहिए, ताकि अधिनिस्थ कर्मचारियों को लगे कि लोग हमारे अधिकारी होने के साथ-साथ मददगार और मार्गदर्षक हैं।
पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा अधिकारियों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहकर समाज से अपराध के खात्मे के लिए समर्पण भाव से कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि पुलिस के प्रति समाज के पूर्वाग्रह को बदला जा सके।PRO