जम्मू कश्मीर में माता वैष्णो देवी के दर्शन का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि 2000 की जगह अब रोजाना 5000 भक्त मां के दरबार के दर्शन कर सकेंगे।
इनमें जम्मू कश्मीर के 4500 और अन्य राज्यों से 500 यात्री आ सकते हैं। आपको जब से मां वैष्णो का दरबार भक्तों के लिए खुला है तब से भक्तों में उत्साह है, उमंग है, दर्शन करने के लिए बेताब है।
इसी बीच कोरोना महामारी को देखते हुए सिर्फ 2000 श्रद्धालु ही दर्शन करने की अनुमति थी लेकिन अब भक्तों के लिए राहत भरी खबर है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अनुसार, 30 सितंबर तक आने वाले सभी श्रद्धालुओं को ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।
भीड़ जमा न हो इसके लिए इन यात्रियों का पंजीकरण ऑनलाइन कराना पड़ेगा। जम्मू-कश्मीर के श्रद्धालुओं का मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार पर कोरोना का रैपिड टेस्ट करवाना पहले की तरह जारी रहेगा। वहीं दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालु अपने साथ कोविड टेस्ट रिपोर्ट लेकर आएं, जिसकी वैधता 48 घंटे यानी दो दिन रखी गई है।
बता दें कि सामान्य दिनों में वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ती है। वहीं बताते चले कोरोना संक्रमण के दौर में वैष्णो देवी की यात्रा सुचारू रूप से चलाई जा सके इसके लिए प्रशासन ने कई नियम बनाए हैं।
60 साल के अधिक उम्र के व्यक्ति, बीमारियों से जूझ रहे व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 साल से कम उम्र के बच्चों को धार्मिक स्थलों के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। आपको बता दे कि कोरोना वायरस की वजह से बीते 18 मार्च को वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई थी लेकिन 16 अगस्त से प्रशासन ने कोरोना के सख्त नियमों के साथ यात्रा शुरू की।
यात्रा के पहले चरण में प्रतिदिन सिर्फ 2,000 श्रद्धालु ही दर्शन कर रहे थे लेकिन अब 5000 तक श्रद्धालु माता वैष्णो के दर्शन कर सकते हैं। ये खबर के बाद भक्तों में खुशी की लहर है।