फरीदाबाद की निर्दयी मां को बेटी की हत्या में सज़ा दिलवाने के लिए, लटजीरा के बीज निभाएंगे अहम भूमिका

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मां तो वो होती है जो सभी दुःख सहकर भी अपनी औलाद को सभी सुख देती है। लेकिन यह ज़माना कुछ अलग ही हो रहा है भाई – भाई का दुश्मन हो रहा है, बीवी पति से दगा कर रही है और माँ अपनी बेटी को इस दुनिया से हमेशा के लिए अलविदा कर रही है। कुछ दिनों पहले हुए फरीदाबाद में ख़ुशी हत्या कांड में लटजीरा के बीज हत्यारोपित मां रानी की गिरफ्तारी का आधार बने थे।

किसी भी मां के लिए उसकी औलाद सबसे प्यारी होती है लेकिन अब अदालत में दोषी को सजा दिलाने में लटजीरा का बीज अहम भूमिका निभाएगा। पुलिस इन बीजों को अदालत में बतौर सबूत पेश करेगी। खुशी और उसकी मां के कपड़ों को पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।

फरीदाबाद की निर्दयी मां को बेटी की हत्या में सज़ा दिलवाने के लिए, लटजीरा के बीज निभाएंगे अहम भूमिका

इस हत्या कांड से फिरसे यही जान ने को मिला है कि कानून के हाथ सबसे लंबे होते हैं। अब इस मामले में फॉरेंसिक टीम लैब में मिलान करेगी कि कपड़ों पर लगे बीज, एक ही पेड़ के हैं या नहीं। बीजों का मिलान हो जाता है, तो पुलिस के लिए अदालत में ये साबित कर पाना आसान हो जाएगा कि उस दिन रानी अपनी बेटी खुशी के साथ वारदात स्थल पर मौजूद थी। लटजीरा के बीजों के अलावा फॉरेंसिक लैब में दोनों के कपड़ों पर लगी मिट्टी का भी मिलान होगा।

फरीदाबाद की निर्दयी मां को बेटी की हत्या में सज़ा दिलवाने के लिए, लटजीरा के बीज निभाएंगे अहम भूमिका

इस मामले ने सबको हैरान कर दिया है कि कैसे एक मां अपनी बेटी की हत्या कर देती है। और आपको बता दें कि संजय कॉलोनी से 10 सितंबर को लापता आठ वर्षीय खुशी का शव अगले दिन गांव बघौला पलवल में मिला था। जांच में पुलिस को उसकी मां रानी पर संदेह हुआ, मगर गिरफ्तारी का ठोस आधार नहीं था।