हाईवे पर ओवरस्पीडिंग का क्रेज अब आपके दिमाग का उड़ाएगा फ्यूज, जब कटेगा ऑटोमेटिक चालान

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    अगर आपको भी हाईवे से ओवरस्पीडिंग करके गुजरने का शौक है तो यही ओवरस्पीडिंग अब आपके लिए महंगा पड़ सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अब हरियाणा में हाईवे से ओवरस्पीडिंग करके गुजरना आपके लिए मुसीबत खड़ा कर देगा क्योंकि राजधानी चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक और बाकी हाईवे पर भी 50 के मोटर के बाद एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी जिससे वाहन चालकों को अपने खुद के वहां की स्पीड नजर आ जाएगी।

    यह एलईडी लाइट ना सिर्फ आपको आपकी स्पीड बताएगी बल्कि ओवर स्पीडिंग की चेतावनी मिलने के बावजूद भी अगर आप बाज नहीं आते तो आपका ऑटोमेटिक चालान कट जाएगा।

    हाईवे पर ओवरस्पीडिंग का क्रेज अब आपके दिमाग का उड़ाएगा फ्यूज, जब कटेगा ऑटोमेटिक चालान

    इस पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी देने के लिए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस अधिकारियों के संग एक बैठक आयोजित की जिसमें उन्होंने 50 किलोमीटर तक एलइडी लगाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

    इतना ही नहीं विज ने दुर्घटना वाले ब्लैक स्पॉट से पहले चालान के लिए मशीनें लगाने का निर्देश जारी कर दिया है। वाहन चालक ओवर स्पीडिंग करेंगे तो ऑटोमेटिक चालान चंडीगढ़ और दिल्ली की तर्ज पर होगा। यह चालान बाद में ओवरस्पीडिंग करने वाले के घर भी पहुंचाने का काम सरकार अपनेे सर लेगी।गृहमंत्री अनिल विज के निर्देशों के बाद पुलिस और ट्रैफिक कर्मियों ने इस पर कामकाज की शुरुआत कर दी है।

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    ब्लैक स्पॉट कम करने की कवायद दुर्घटना वाले पॉइंट कम करने को लेकर भी प्रदेश के गृह मंत्री ने पुलिस और ट्रैफिक अधिकारियों से बातचीत की। गृह मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों के साथ मीटिंग लेकर दुर्घटना वाले पॉइंट ब्लैक स्पॉट पर गंभीरता से काम करने के लिए कहा था कि दुर्घटना में और कमी आ सके। चंडीगढ़ में वीवीआइपी के चालान चंडीगढ़ में ट्रैफिक पुलिस ने कई नए प्रयोग किए हैं।

    पुलिस ने कई स्थानों पर जहां ऑटोमेटिक चलाने के लिए मशीनें लगाई हुई है। कुल मिलाकर चंडीगढ़ में कई सियासी दिग्गजों सरकारी अफसरों के साथ-साथ वीवीआईपी लोगों की गाड़ियों के भी चालान हो रहे हैं। मानवीय हस्तक्षेप नहीं होने के कारण इसमें कोई खेल भी नहीं हो सकता इसलिए सभी को चालान भरने पड़ रहे हैं। दूसरा बार-बार वायलेशन करने पर चालान की राशि डबल हो जाती है।

    वहीं दूसरी ओर अब चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी भी कंप्यूटर सिस्टम से लगने लगी है। एक ही स्थान पर लंबे समय से जमे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को दूसरे स्थानों पर साथ ही जिन ट्रैफिक अधिकारियों के साथ पूर्व में ड्यूटी दे चुके हैं, उनके साथ काम करने का मौका नहीं मिलेगा। पुलिस के पास चालान के साथ-साथ फोटो और वीडियो समय और तारीख के साथ चालान में आती है इसीलिए लोग किसी भी तरह से उसको चुनौती नहीं दे सकते।

    हाईवे पर ओवरस्पीडिंग का क्रेज अब आपके दिमाग का उड़ाएगा फ्यूज, जब कटेगा ऑटोमेटिक चालान

    उक्त नियम लागू किए जा रहे हैं ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके वही जो वाहन चालक सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का मखौल उड़ाते फिरते हैं।

    उन पर भी नकेल कसी जा सके जिसके लिए अब सरकार डिजिटल तरीके से नए नए नियम लागू कर रही है, ताकि आमजन को सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का पाठ आसानी से पढ़ाया जा सके।