Lock-Down के बाद बढ़ी फरीदाबाद में HIV पॉजिटिव मरीजों की संख्या जानिए इस महीने का रिकॉर्ड ।

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पुरे देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं जहां भारत का नंबर कोरोना ग्राफ में दूसरे स्थान पर आ गया है। भारत ने कोरोना की रेस में ब्राज़ील को भी पीछे छोड़ दिया और पुरे देश में कोरोना के कुल आंकड़े 47 लाख के पार पहुँच गए हैं। वहीं दूसरी ओर देश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही लगभग सभी प्रकार की सुविधाएं और आवाजाही शुरू हो गयी है।

इसी बीच भारत के सामने चुनौतियां बढ़ती ही जा रही हैं। भारत में न सिर्फ कोरोना के मामले चिंताजनक हैं बल्कि अनलॉक की प्रक्रिया के बाद एचआईवी के मरीजों के मामलों में भी इज़ाफ़ा हुआ है। फरीदाबाद के सरकारी बीके अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ कोरोना ही नहीं एचआईवी (HIV) के मामले भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं जिन पर समय रहते रोक लगाना बहुत ज़रूरी जान पड़ता है।

Lock-Down के बाद बढ़ी फरीदाबाद में HIV पॉजिटिव मरीजों की संख्या जानिए इस महीने का रिकॉर्ड ।

बीके अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी माह का रिकॉर्ड

जनवरी 5 हजार से ज्यादा लोगो की जांच हुई जिसमें 13 पुरष और 5 महिलाएं एचआईवी पॉजिटिव पायी गयी।

फरवरी

फरवरी में भी कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला जहाँ 5000 से ऊपर लोगों की जांच कराई गई जिसमे 14 पुरष और 11 महिलाएं पॉजिटिव निकली।जिसमें 1 गर्भवती महिला भी एचआईवी से ग्रसित पायी गयी थी।

मार्च

मार्च के महीने में 3 हजार से ऊपर जांच हुई जिसमें 11 पुरष, 5 महिलाएं जिसमे 1 महिलआ गर्भवती थी।

अप्रैल

अप्रैल माह में लॉकडाउन के चलते हैं लोग अस्पताल भी कम पहुंचे जिसके चलते कुल 536 लोगो की जांच हुई जिसमें 5 पुरष 2 महिलाएं पॉजिटिव निकली ।

मई

मई में 1400 से ऊपर जांच हुई 10 पुरष 3 महिलाएं 1 गर्भवती।

जून

जून में 2 हजार से ऊपर जांच हुई जिसमें सिर्फ 6 पुरष पॉजिटिव निकले।

जुलाई

जुलाई में 3 हजार के लगभग जांच हुई है जिसमें 8 पुरष 2 महिलाएं पॉजिटिव निकली।

अगस्त

वहीं अगस्त महीने में 3500 से उपर जांच हुई 11 पुरष और 3 महिलाएं पॉजिटिव निकली।

Lock-Down के बाद बढ़ी फरीदाबाद में HIV पॉजिटिव मरीजों की संख्या जानिए इस महीने का रिकॉर्ड ।

यह हर महीने के हिसाब से निकाले गए आंकड़े अपने आप में इस बात की गवाही दे रहे हैं कि आने वाले समय में सरकार की मुसबतें काम होने की कोई संभावना नहीं है। आये दिन कोरोना के बढ़ते मामले और अब एचआईवी भी बड़ी चुनौतियों में से एक है जिसका हल निकालना बहुत अनिवार्य हो गया है।

Written By- MITASHA BANGA