शहर हो रहे गंदे लेकिन गांव वाले बढ़ रहे स्वच्छता की ओर

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    शहर में रहने वाले अब इतना सजग नहीं हैं सफाई की ओर जितना कि गांव वाले अब सफाई की तरफ ध्यान दे रहे हैं। फरीदाबाद के गांव धीरे-धीरे स्वच्छता की ओर बढ़ रहे हैं। जिले में 17 ऐसे गांव हो गए हैं, जिनमे घर-घर से कूड़ा उठना शुरू हो गया है। प्रशासन का प्रयास है कि अगले महीने तक सभी गांव में घर-घर से कूड़ा उठना शुरू हो जाए।

    महामारी कोरोना के दौर में जनता साफ़ – सफाई का ध्यान नहीं रख रही है। अब सभी गांव के सरपंचों को अवगत करा दिया गया है। इन गांवों से उठ रहा है कूड़ा।

    शहर हो रहे गंदे लेकिन गांव वाले बढ़ रहे स्वच्छता की ओर

    शहर में गंदगी बढ़ रही है और लगातार यहां पर लोग लापरवाही दिखा रहे हैं। जिले के तिलपत, खेड़ीकलां, टिकावली, फरीदपुर, नीमका, सदपुरा, फत्तुपुरा, भुआपुर, ताजुपुर, शाहबाद, भैंसरावली, नवादा तिगांव, मंझावली, लालपुर, भसकौला, सरूरपुर, दयालपुर से घर-घर से कूड़ा उठना शुरू है। भूपानी और तिलपत गांव में दो-तीन दिन में यह काम शुरू हो जाएगा।

    शहर हो रहे गंदे लेकिन गांव वाले बढ़ रहे स्वच्छता की ओर

    प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी लोग साफ़ – सफाई पर ध्यान दे रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यक्रम प्रबंधक उपेंद्र सिंह, जिले में कुल 116 ग्राम पंचायतें हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिले के हर गांव से घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना है। इन गांव में ठोस एवं तरल कचरा यूनिट लगाने के लिए ग्राम पंचायतों को जिला प्रशासन की ओर से बजट जारी कर दिया गया है।

    शहर हो रहे गंदे लेकिन गांव वाले बढ़ रहे स्वच्छता की ओर

    जिले में आपको कोने – कोने में कचरा पड़ा हुआ मिल जाएगा लेकिन अधिकतर गांव में कचरे का निपटारा बड़ी समस्या है। खाली प्लॉट या सरकारी जगह पर कचरा डालना शुरू कर दिया जाता है। इससे गांव स्वच्छ नहीं रह पाते। यही कारण है कि सरकार ने सभी गांव में कचरे के सदुपयोग के लिए ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन यूनिट लगाने की योजना बनाई है।