कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हुए मरीजों के लिए अलग होगी ओपीडी सुविधा

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कोरोना वायरस से संक्रमित वो मरीज जो इस संक्रमण को मात भी दे चुके हैं। बावजूद उक्त मरीजों को सामान्य ओपीडी सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकेगी। अगर संक्रमित व्यक्ति जो कोरोना वायरस से ठीक भी हो चुका है उसे चिकित्सकीय परामर्श लेने की आवश्यकता है

तो उसे सामान्य ओपीडी में जाने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे आप यह सोच रहे होंगे कि अगर उक्त व्यक्ति ओपीडी में जाकर अपनी जांच नहीं कराएगा तो उसका इलाज कैसे होगा? तो उसका जवाब भी हम आपको इस खबर के माध्यम से देंगे।

कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हुए मरीजों के लिए अलग होगी ओपीडी सुविधा

दरअसल, इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रणदीप सिंह पूनिया ने सभी निजी अस्पताल प्रबंधन को निर्देश जारी किए हैं। जिसमें उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही स्वस्थ होने वालों में भी तेजी आई है।

हालांकि संक्रमण को मात देने वाले मरीजों में हृदय, तंत्रिका संबंधी, गुर्दा सहित अन्य परेशानियां बढ़ रही हैं। ऐसे में उनका सामान्य मरीजों की ओपीडी में जाकर चिकित्सकीय परामर्श लेना घातक हो सकता है। सामान्य ओपीडी में कोरोना संक्रमित मरीज भी मौजूद हो सकते हैं।

कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हुए मरीजों के लिए अलग होगी ओपीडी सुविधा

आपको बता दें कि अलग-अलग ओपीडी का कारण यह है कि कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके लोग भी दोबारा संक्रमित हो रहे हैं। ये लोग संक्रमण से लिहाज से बहुत संवेदनशील माने जा रहे हैं। इससे इनके लिए अलग से ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। झोपड़ी फरीदाबाद के एकमात्र सिविल अस्पताल में शुरू की जाएगी।

पूनिया ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि जिला नागरिक अस्पताल में भी कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हुए मरीजों के लिए अलग से ओपीडी शुरू होगी। इस ओपीडी में अन्य बीमारी के मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श नहीं दिया जाएगा।

कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हुए मरीजों के लिए अलग होगी ओपीडी सुविधा

एक शोध में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हुए मरीजों में हृदय, गुर्दा सहित अन्य परेशानियां बढ़ गई हैं। ऐसे में सावधानी जरूरी है। ओपीडी शुरू करने के बाद निजी अस्पताल प्रबंधनों को इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को भी देनी होगी।