दो राज्यों की खींचतान में फंसी महिला आइएएस सोनल गोयल

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केंद्र व राज्य सरकार की प्रशासनिक सेवा में बहुत कम अधिकारी ऐसे होते हैं, जो एक साथ कई मोर्चों पर काम करते नजर आते हैं। इनमें एक महिला आइएएस अधिकारी हैं सोनल गोयल, जो एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रही हैं। लेकिन सोनल गोयल के लिये अब एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है ।

दरअसल सोनल गोयल पिछले 4 साल से हरियाणा में डेपुटेशन पर हैं। मूल रूप से ये त्रिपुरा कैडर से हैं। हरियाणा के पानीपत में जन्मी सोनल गोयल अपनी कर्तव्यनिष्ठता के कारण हरियाणा सरकार के काबिल अधिकारियों की श्रेणि में शामिल है ।

दो राज्यों की खींचतान में फंसी महिला आइएएस सोनल गोयल

लेकिन सोनल गोयल त्रिपुरा कैडर है तो उनकी यही लोकप्रियता और कार्यशैली से प्रभावित होकर त्रिपुरा सरकार उन्हें वापस बुलाने का दवाब डाल रही है।

जबकि नियम के अनुसार वे 9 साल तक हरियाणा में अपनी सेवाएं दे सकती हैं। लेकिन त्रिपुरा सरकार चाहती है कि वे लौट आएं। बता दें कि सोनल गोयल ने सिविल सर्विसेज परीक्षा-2008 (Civil Services Examination) में 13वां स्थान प्राप्त किया था।

वे त्रिपुरा को 8 साल दे चुकी हैं। सोनल का मानना है कि इस समय कोरोना संक्रमण को लेकर वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इसी का हवाला देकर उन्होंने त्रिपुरा सरकार से कुछ समय मांगा है। लेकिन त्रिपुरा सरकार अपनी बात पर अड़ी हुई है । वहीं, हरियाणा सरकार भी उन्हें छोड़ना नहीं चाहती।

दो राज्यों की खींचतान में फंसी महिला आइएएस सोनल गोयल

उनका कहना है कि वह भी उस स्थिति में जब, कोरोना का संक्रमण लगातार फैल रहा है। सोनल ने अपने दो छोटे बच्चों की सुरक्षा का हवाला देते हुए त्रिपुरा सरकार से अभी कुछ दिन हरियाणा में रहने देने की अनुमति मांगी है, लेकिन तमाम नियम, कानून और शर्तों को पूरा करने के बावजूद त्रिपुरा सरकार उन्हें हरियाणा से वापस बुलाने पर अड़ी हुई है। वह भी तब, जब हरियाणा सरकार उन्हें वापस भेजना नहीं चाहती।