एनआईटी क्षेत्र में अवैध रूप से चलने वाले ट्यूबवेल और आर ओ प्लांट सील कर दिए गए हैं। नगर निगम ने इन सभी अवैध रूप से चलने वाले आरओ प्लांट के खिलाफ कड़ी कार्र्यवाही करते हुए इन्हे बंद करवाने का फैसला लिया।
निगम द्वारा लिए गए इस फैसले से गुस्साए आरओ प्लांट के मालिकों ने हड़ताल कर दी। इससे पहले डीसी ने भी अवैध तरीके से चलने वाले इन आरओ प्लांट को बंद करने के निर्देश दिए थे।
बता दें कि लोगों को अब पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है। जनता के पास पीने के लिए भी पानी की उपलब्ध नहीं है। इन्ही परेशानियों के चलते लोगों को पानी ब्लैक में खरीदना पड़ रहा है।
तीन दिन से पानी की परेशानियों के चलते लोगों को 10 से 12 रूपये में मिलने वाली पानी की बोतल को 20 से 25 रूपये में खरीदना पड़ रहा है। एनआईटी क्षेत्र में लोगों को पेयजल से जुडी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि फरीदाबाद क्षेत्र में बहुत सारे इलाके ऐसे हैं जहां पर अवैध रूप से आरओ प्लांट को लगाया गया है। बड़े बड़े पानी के टैंकरों से उन सभी इलाकों में पानी पहुंचाया जाता हैं जहाँ पर पानी की किल्लत है।
पानी के इन टैंकरों के जरिए ब्लैक में पानी बेचा जाता है। यह टैंकर बडख़ल व एनआईटी क्षेत्रों से दिल्ली के रिहायशी इलाकों तक पानी बेचते हैं। निगम ने पानी के लेवल को नीचे जाता देख इस मामले में कार्र्यवाही करना मुनासिब समझा।
निगम बोर्ड की माने तो यह आरओ प्लांट संचालक अपने हिसाब से पानी को मेहेंगे दामों में जनता तक पहुंचाते हैं और फरेब करते हैं। ऐसे में इन सभी के खिलाफ कार्र्यवाही करना जरूरी था।
अब देखना जरूरी होगा कि जिस तरीके से जनता को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ता है नगर निगम द्वारा आला कदम उठाए जाएंगे या नहीं।