फरीदाबाद के ये नौजवान सही मायने में देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्तोत्र हैं।

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भारत की युवा पीढ़ी सही मायने में प्रगति चाहती है। न सिर्फ स्वयं की प्रगति बल्कि अपने साथ समाज की, देश के गरीबों की प्रगति भी उनकी प्रगति में शामिल है। इसी सोच के साथ आज कल के युवा अपने काम काज के साथ ही सामाजिक सेवाओं में भी खुद को व्यस्त रखते हैं। ऐसा ही एक संगठन है बी द रीज़न फाउंडेशन (Be The Reason Foundation) जिसकी पहल ट्विंकल बत्रा नाम की एक महिला ने साल 2018 में की थी। 28 साल की ट्विंकल फरीदाबाद की रहने वाली हैं। जीविका चलने के लिए ट्विंकल एक एमएनसी में काम करती हैं जो बी द रीज़न फाउंडेशन की फाउंडर हैं।

फरीदाबाद के ये नौजवान सही मायने में देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्तोत्र हैं।

गरीब बच्चों के तन पर कपड़े, पीने को साफ़ पानी मुहैया करवाने वाली यह संस्था फरीदाबाद में शुरू हुई जो आज पटना, असम, देहरादून और हैदराबाद में भी अपनी पहचान बना चुकी है। 1 व्यक्ति से शुरू हुई यह सोच को अन्य लोगों का साथ मिला और आज इस फाउंडेशन में 30 से अधिक लोग जुड़े हुए हैं जो हर स्तर पर ज़रूरतमंद लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा सुविधा उपलब्ध करवाते हैं।

फरीदाबाद के ये नौजवान सही मायने में देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्तोत्र हैं।

बता दें कि इस संस्था से जुड़े सभी सदस्य 30 साल की आयु के नीचे हैं और अपनी कमाई से गरीबों की सेवा करने का जज़्बा रखते हैं। साथ ही, पिछले माह में पर्यावरण सुरक्षा के लिए बी द रीज़न फाउंडेशन द्वारा प्लांटेशन ड्राइव प्रोजेक्ट में 300 से अधिक पेड़ पौधे लगाए गए।

फरीदाबाद के ये नौजवान सही मायने में देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्तोत्र हैं।

आज से 2 साल पहले उनकी यह पहल समाज में गरीबों की मदद और सुधार कार्य करने के मकसत से शुरू हुई थी। अपने घर के पास ही गरीब बच्चों को कपड़े, खाना और उनके घर में राशन देने वाली ट्विंकल मंज़िल की ओर निकली तो अकेली थीं पर सफर में उनके साथ कई लोग जुड़ते चले गए। ट्विंकल का कहना है कि उनके मिशन और सोच से प्रभावित कई मित्रों ने भी उनकी संस्था में अपना योगदान दिया है जो बी द रीज़न फाउंडेशन की सफलता में बहुत बड़ी भूमिका निभायी है।


Written By- MITASHA BANGA