नगरपालिका कर्मचारियों द्वारा किया गया आंदोलन का ऐलान किया ,जानिए क्या है वजह

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नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा ने नव चयनित क्लर्को की ज्वाइनिंग के बाद नगरपालिका,परिषदों व नगर निगमों में सालों से आऊटसोर्सिंग नीति पार्ट 1 व 2 में ठेके पर लगे क्लर्कों व कम्पयूटर आपरेटरों की छंटनी करने के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है।

नगरपालिका कर्मचारियों द्वारा किया गया आंदोलन का ऐलान किया ,जानिए क्या है वजह

शनिवार को स्थानीय अरावली गोल्फ कोर्स में आयोजित पत्रकार वार्ता में आंदोलन की धोषणा करते हुए प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने बताया कि इस छंटनी के खिलाफ 21 सितम्बर, 2020 को सभी निगमायुक्तों,पालिका व परिषदों के आयुक्तों (डीएमसी) के कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। प्रदर्शनों के बाद विभाग के मंत्री,एसीएस व निदेशक के नाम ज्ञापन देकर छंटनी पर तुरंत रोक लगाने और छंटनी किए गए कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लेने की मांग की जाएगी।

उन्होंने दो टूक शब्दों में सरकार एवं विभाग को चेतावनी दी कि इसके बाद भी सरकार ने क्लर्कों की छंटनी पर रोक नहीं लगाई और मंत्री के साथ हुए समझौते को लागू नही किया तो नगरपालिका कर्मचारी संघ 23 सितम्बर को रोहतक में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की राज्य स्तरीय कन्वेंशन आयोजित कर आगामी राज्यव्यापी आन्दोलन का फैसला लेने पर मजबूर होगा। प्रेस वार्ता में नरेश कुमार शास्त्री के अलावा सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के उप महासचिव सुनील चिंडालिया, केंद्रीय कमेटी के नेता सुभाष फैटमार,जिला प्रधान गुरचरण खाड़िया, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव बलबीर सिंह बालगोहर विशेष तौर से उपस्थित रहे।

नगरपालिका कर्मचारियों द्वारा किया गया आंदोलन का ऐलान किया ,जानिए क्या है वजह

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने पत्रकार वार्ता में बोलते हुए कहा कि सरकार ने 4015 क्लर्को की नई भर्ती की है और उनकी ज्वाइनिंग के साथ ही विभिन्न विभागों,निगमों व बोर्डों में 8-10 सालों से अनुबंध पर लगे 4015 क्लर्को व कंप्युटर आपरेटर को नौकरी से निकालने के फरमान जारी कर दिए हैं। उन्होंने सरकार के इस फैसले को घोर निंदनीय करार देते हुए कहा कि 29 सितंबर को सभी विभागों,खंडों व डीसी आफिस पर प्रर्दशन किए जाएंगे। जिसमें सभी विभागों,बोर्डो, निगमों, विश्वविद्यालयों, पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमों के कर्मचारी शामिल होंगे। प्रर्दशन में 1983 पीटीआई सहित छंटनी किए सभी कर्मचारियों को वापस सेवा में लेने,ठेका प्रथा समाप्त कर ठेका कर्मचारियों को सीधा विभागों के पे रोल पर लेने,समान काम समान वेतन एवं सेवा सुरक्षा प्रदान करने, एनपीएस रद्द कर जनवरी 2006 से लगे कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के दायरे में लेने और सरकारी विभागों एवं उपक्रमों, रोजगार, जनतांत्रिक अधिकारों,श्रम कानूनों व संवैधानिक संस्थाओं को बचाने, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग में ठेका कर्मचारियों के किए जा रहे उत्पीड़न व आन लाइन ट्रांसफर नीति को रद्द करने आदि मांगों को भी प्रमुखता से उठाया जाएगा।

नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री व उप महासचिव सुनील चिंडालिया ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में 4015 क्लर्कों की भर्ती की गई है। जिसमें से 544 क्लर्क पालिका, परिषदों व नगर निगमों में भेजे गए है। 544 क्लर्कों की ज्वाईनिंग के बाद पानीपत में 10, रोहतक में 36, घरोंडा में दो क्लर्कों को नौकरी से निकाल दिया गया है। उन्होंने शंका जाहिर करते हुए कहा कि नवनियुक्त क्लर्कों की ज्वाईनिंग के बाद लगभग 600 ठेका प्रथा में लगे क्लर्कों की छंटनी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि क्षेत्रफल व आबादी एवं कार्य के अनुपात में नए पद सृजित किए जाए तो क्लर्कों की छंटनी को टाला जा सकता है, लेकिन सरकार ठेका प्रथा मेंं लगे क्लर्कों की छंटनी को टालने की बजाए नोकरी से हटाने पर अड़ी है।

नगरपालिका कर्मचारियों द्वारा किया गया आंदोलन का ऐलान किया ,जानिए क्या है वजह


श्री शास्त्री ने कहा कि नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा छंटनी को बर्दाश्त नहीं करेगा। संघ ने इस छंटनी के विरोध स्वरूप 16 सितम्बर को ही सरकार को आन्दोलन का नोटिस भेज दिया है और आने वाले 21 सितम्बर को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर सभी नगर निगमों के आयुक्त एवं नवनियुक्त पालिका एवं परिषदों के आयुक्तों (डीएमसी) के कार्यालयों पर प्रदर्शन कर आन्दोलन का नोटिस दिए जाएगें। प्रदेशाध्यक्ष शास्त्री ने आरोप लगाया कि विभाग के मंत्री द्वारा किए वायदे के बावजूद विभाग ने पालिकाओं,परिषदों व निगमों के कर्मचारियों पर सभी पत्र समान रूप से लागू नहीं किए गए तथा छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को ड्यूटी पर नहीं लिया गया तथा तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को अन्य कर्मचारियों की भांति विभागीय रोल पर करने समान काम-समान वेतन देने, 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता देने, कोरोना से मौत होने पर मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 50 लाख रुपये विशेष आर्थिक सहायता राशि देने का वादा पूरा नही किया है। जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। उन्होंने सभी ठेका प्रथा अनुबंधित कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने सहित कई अन्य मांगों को भी उठाया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में नगर निगम के विभिन्न विभागों के नेता ड्राइवर विंग के प्रधान वेद भडाना, सचिव परसराम अधाना, आउटसोर्सिंग क्लर्को के नेता ललित शर्मा,सतीश,योगेश शर्मा,सेनिटेशन विभाग के कोषाध्यक्ष अनिल चिंडालिया सफाई विभाग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री नन्द ढकोलिया, आदि नेता भी मौजूद रहे।