सीमा पर चीन-भारत के बीच लम्बे समय से तनाव की स्थिति बानी हुई है जो अनेकों प्रयास और बातचीत के बाद भी सुलझने का नाम नही ले रही। मौजूदा समय में भी पैंगोंग लेक के इलाके पर दोनों ही देशों के सैन्य दलों के बीच में तनाव बरकरार है। यूं तो धोखा देना चीन की पुरानी आदत है और हर बार की तरह इस बार भी चीन के इरादे नेक नहीं लगते। भारत के आर्मी चीफ़ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मानें तो के ऊपर सैन्य कार्रवाई हो सकती है।
ऐसे में, दिल्ली के एक पत्रकार की शर्मसार करने वाली करतूत सामने आई है। दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में रहने वाला राजीव शर्मा फ्रीलांस पत्रकार है। राजीव के पास से पुलिस को देश की रक्षा से जुड़े कई गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजीव को गिरफ्तार किया है और मामले में आगे की जांच जारी है।
वहीं, इस बीच देश की रक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेज के साथ गिरफ्तार स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा को लेकर दिल्ली पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पूछताछ और जांच के आधार पर दिल्ली पुलिस का कहना है कि पत्रकार राजीव शर्मा ने चीनी खुफिया को संवेदशील जानकारी मुहैया कराई है।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special cell) ने देश की रक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेज के साथ स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
संदिग्ध गतिविधि की सूचना पर पुलिस लंबे समय से राजीव के फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) जुटा रही थी। 14 सितंबर को गिरफ्तार राजीव को 15 सितंबर को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जहां उसे छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) संजीव कुमार यादव का कहना है कि आरोपित राजीव शर्मा पास से रक्षा संबंधी कुछ गोपनीय दस्तावेज मिले हैं। इस मामले की जांच जारी है और आगे चलकर विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। यह इस तरह का अलग मामला है, जिसमें एक पत्रकार की गिरफ्तारी हुई है। वहीं, पूरा मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस के साथ अन्य खुफिया एजेंसियां भी सकते में हैं। बता दें कि इसी साल दिल्ली में स्थित पाकिस्तान दूतावास के कुछ कर्मचारी जासूसी के आरोप में पकड़े गए थे।