NEP 2020 :- एनईपी 2020 से जुड़े एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एनईपी का उद्देश्य 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में हमारी शैक्षिक प्रणाली को पुनर्जीवित करना है। यह सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके एक न्यायसंगत और जीवंत ज्ञान समाज विकसित करने की दृष्टि निर्धारित करता है। यह जुड़ाव और उत्कृष्टता के दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त करता है।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, “2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 12,500 से अधिक स्थानीय निकायों और लगभग 675 जिलों की व्यापक भागीदारी और 2 लाख से अधिक सुझावों पर विचार के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की गई है” उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि 2018-19 के ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन में महिलाओं का GER पुरुषों से थोड़ा अधिक है।
हालांकि राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों और तकनीकी शिक्षा में महिला छात्रों की हिस्सेदारी विशेष रूप से कम है इसे दुरुस्त करने की आवश्यकता है। इसी के साथ राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मुझे यकीन है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे देश के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह न केवल हमारे युवाओं के भविष्य को मजबूत बल्कि हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार करेगी।
वहीं आपको बता दे कि नई शिक्षा नीति (NEP 2020) में सबसे बड़ी बातें यह है कि इस नीति में बचपन की देखभाल और शिक्षा पर जोर देते कहा गया है कि स्कूल पाठ्यक्रम के 10 + 2 ढांचे की जगह 5 + 3 + 3 + 4 की नयी पाठयक्रम संरचना लागू की जाएगी, जो क्रमशः 3-8, 8-11, 11-14, और 14-18 साल की उम्र के बच्चों के लिए होगी। वहीं सरकार इस नीति में क्षेत्रीय भाषाओं पर भी जोर दिया है।