अगर आपकी किस्मत भी नहीं दे रही है साथ, तो अगले 30 दिनों में कर लें ये 6 काम

हर कोई किस्मत का धनी नहीं होता है, जिनके साथ नहीं किस्मत, वो करें ऐसा। वैसे बहुत लोग किस्मत पर भरोसा करते हैं और कहते हैं कि अगर किस्मत में होगा तो हो जाएगा। यानी कुल मिलाकर कुछ लोगों का ये मानना होता है कि अगर किस्मत में होगा तो मिल जाएगा और अगर नहीं होगा तो नहीं मिलेगा, लेकिन कुछ लोग इसके पीछे का भेद नहीं जानते हैं और वो भेद ये है कि किसी बुद्दिजीवी ने कहा है कि कई बार किस्मत में होता ही वहीं है जो हमें करने से मिलता है।

तो आप किस्मत के भरोसे ना रहकर खुद पर भरोसा कर अपनी किस्मत अपनी मेहनत के दम पर बनाने की कोशिश करें। खैर अब हम कुछ काम आपको बताने जा रहे हैं, अगर आपकी किस्मत भी नहीं दे रही है आपका साथ, तो अगले 30 दिनों में आपको ये काम करने चाहिए।

अगर आपकी किस्मत भी नहीं दे रही है साथ, तो अगले 30 दिनों में कर लें ये 6 काम

बतादें कि मलमास का महीना 18 सितंबर से शुरू हो चुका है। ये पूजा पाठ के लिए विशेष महीना होता है। कहा जाता है कि ये पूरा महीना भगवान विष्णु की भक्ति के लिए समर्पित होता है।

चूंकि इस माह में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। अगर आप पुरूषोत्तम मास में भगवान विष्णु की भक्ति के साथ उन्हें खीर का भोग लगाएंगे तो ये आपके लिए शुभ होगा।

भगवान विष्णु का दूसरा नाम पीताम्बर भी है, चूंकि भगवान को पीले कपड़े काफी पसंद हैं, इसलिए उनका नाम पीताम्बर पड़ा है। लिहाजा पुरूषोत्तम मास में पीले वस्त्र, पीले रंग के अनाज और फल भगवान विष्णु को चढ़ाएं और फिर इसका दान भी करें। श्री हरि के सबसे पसंदीदा चीजों में से एक तुलसी है।

खर मास में तुलसी पूजन अवश्य करें। पुरूषोत्तम मास में हर रोज ब्रह्ममुहुर्त में उठकर भगवान विष्णु का केसर युक्त दूध से अभिषेक करें। हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का विशेष महत्व है। माना जाता है कि पीपल के पेड़ पर स्वयं भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए मलमास में रोजाना पीपल के पेड़ की जड़ में जल अर्पित करना चाहिए।

खर मास या कहें पुरूषोत्तम मास में रोजाना सूर्योदय से पहले उठें और नित्यकर्म करने के बाद उगते हुए सूरज को जल जरूर अर्पित करें। मलमास के दौरान रोजाना दक्षिणावर्ती शंख की अवश्य पूजा करनी चाहिए।

अगर आप नौकरी-पेशा से जुड़े हुए हैं और आपको अपने कार्यक्षेत्र में प्रमोशन चाहिए, तो पुरूषोत्तम मास की नवमी तिथि को कन्याओं को भोज जरूर कराएं।

ये कुछ काम ऐसे हैं जो पूण्य, परोपकार के रूप में होते हैं, और अगर आप आस्था के मानने वाले हैं तो अगर आप इस तरह से नितदिन और नियमित काम करते हैं तो यकीन मानिए इन सबके करने से आपका मन, चित एकदम शांत होगा। अगर आपका मन-मंदिर शांत होगा तो उसमें रोज़ाना नये और स्वच्छ विचार आयेगे।

शुद्ध विचारों के आने से आप तो संतुलित होंगे ही, साथ ही आपके आसपास का पूरा वातावरण भी संतुलित होगा और फिर समाज में नई किरण का उजियारा होगा। लोग आपसे बहुत प्रभावित होंगे और इससे आप हमेशा ही प्रसन्न रहेंगे। ये सब आपके लिए और आपके अपनों के लिए बेहद लाभकारी होगा।

Avinash Kumar Singh

Recent Posts

हरियाणा के इस जिले में 4.53 करोड़ की परियोजना जल्द होगी शुरू, इन जर्जर सड़कों के नवीनीकरण को मंजूरी

जिले में लंबे समय से बदहाल पड़ी दो प्रमुख सड़कों के पुनर्निर्माण को आखिरकार मंजूरी…

7 days ago

हरियाणा के इस जिले में 4.53 करोड़ की परियोजना जल्द होगी शुरू, इन जर्जर सड़कों के नवीनीकरण को मंजूरी

जिले में लंबे समय से बदहाल पड़ी दो प्रमुख सड़कों के पुनर्निर्माण को आखिरकार मंजूरी…

7 days ago

फरीदाबाद के मोहना–बागपुर रोड की जर्जर हालत से बढ़ी परेशानी, धूल और गड्ढों से हादसों का खतरा तेज

फरीदाबाद के मोहना से बागपुर जाने वाला प्रमुख मार्ग इन दिनों लोगों के लिए बड़ी…

7 days ago

फरीदाबाद में अब वाहनों की गति होगी नियंत्रित, बढ़ेगी सड़क सुरक्षा, हाई-रिस्क रूट्स पर लगेगा स्पीड रडार नेटवर्क

फरीदाबाद में बढ़ती तेज रफ्तार और लापरवाही से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए…

7 days ago

फरीदाबाद की हवा फिर हुई जहरीली,  लोगों की सेहत पर आ सकता है बड़ा खतरा

फरीदाबाद की हवा एक बार फिर से सेहत के लिए खतरा बनती नजर आ रही…

7 days ago

फरीदाबाद के इस सेक्टर में बनेगा हाईटेक पार्किंग सिस्टम, यात्रियों को मिलेगी जाम से मुक्ति

फरीदाबाद के सेक्टर-19 की स्पेशल मार्केट और मेट्रो स्टेशन के पीछे तैयार की जा रही…

1 week ago