हरियाणा पर्यटन द्वारा 22 सितंबर रणधीर सिंह गोलन के पुंडरी स्थित आवास पर किया जाएगा प्रदर्शन,जानिए क्या है पूरा मामला

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हरियाणा पर्यटन निगम के पर्यटन केंद्रों को लीज पर देने के फैसले के खिलाफ 22 सितंबर को निगम के चेयरमैन श्री रणधीर सिंह गोलन के पुंडरी स्थित आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। ये जानकारी प्रैस विज्ञप्ति में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा से सम्बंधित हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ के चेयरमैन सुरेश नोहरा महासचिव युद्धवीर सिंह खत्री उपमहासचिव सुभाष चन्द्र देशवाल संगठन सचिव टीकाराम सचिव लच्छीराम ने फरीदाबाद के सूरजकुण्ड, मैगपाई, अरावली गोल्फ क्लब, बड़खल झील केन्द्रो का दौरा करते हुए बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कोरोना को अवसर में बदल कर पर्यटन केंद्रों सहित सार्वजनिक क्षेत्र के विभागों को निजी हाथों में सौंप रही है। जिसका एकजुट होकर डटकर विरोध किया जाएगा।

हरियाणा पर्यटन द्वारा 22 सितंबर रणधीर सिंह गोलन के पुंडरी स्थित आवास पर किया जाएगा प्रदर्शन,जानिए क्या है पूरा मामला

हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ के चेयरमैन सुरेश नोहरा वमहासचिव युद्ववीर सिंह खत्री ने कहा कि निगम प्रबंधक पर्यटन केंद्रों को मुनाफे के लिए टूरिज्म कर्मचारी संघ हरियाणा के द्वारा दिए गए सुझावों को दरकिनार करते हुए होटल राजहंस,बड़खल लेक, मैगपाई, अंबाला, पिंजौर, पंचकूला जैसे मुनाफे वाले पर्यटन केंद्रों को निजी हाथों में देने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बैंकट हाल व रेस्टोरेंट्स को 20 से 23 साल के लिए लीज पर देने जा रही है। जिसको टूरिज्म निगम के कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेंगे।

हरियाणा पर्यटन द्वारा 22 सितंबर रणधीर सिंह गोलन के पुंडरी स्थित आवास पर किया जाएगा प्रदर्शन,जानिए क्या है पूरा मामला

उन्होंने कहा कि निगम कर्मचारियों को ईपीएफओ की पैंशन वेतन के हिसाब से नही मिल रही है। जिसके खिलाफ कर्मचारियों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि निगम में मैंटिनेंश स्टाफ में विद्युत कार, एसी मैकेनिकल, प्लम्बर, हैल्पर,वेटर,स्वीपर,श्रेणियों के कर्मचारियों की लंबे समय से प्रमोशन नही हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कोरोनावायरस का बिल नहीं देने के कारण टूरिज्म कर्मचारियों को तीन से चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष से जुड़े जन प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में उनके समर्थक फ्री में कमरों में ठहरते हैं और खाना आदि खाते हैं। जिसकी वजह से घाटा बढ रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 22 सितंबर से पहले यूनियन प्रतिनिधियों से वार्ता करके रोके हुए वेतन को नहीं दिया वो निजीकरण के फैसले पर रोक नहीं लगाई तो 22 सितंबर को पूंडरी में प्रर्दशन कर आन्दोलन को तेज करने का फैसला लिया जाएगा।