केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि अध्यादेश और किसानों पर हुए लाठीचार्ज का मामला दिन प्रतिदिन तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। उधर विपक्ष द्वारा लाठीचार्ज का मामला जोरो शोरो से उठाया जा रहा है। उधर सत्ता में बैठे मंत्री और नेता इस बात को मानने से इंकार कर रहे है कि किसानों पर किसी प्रकार का कोई लाठीचार्ज हुआ गई।
गौरतलब, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के बाद अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी पिपली में किसानों पर बरसी लाठियों के मामले में कहा कि किसानों पर कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों ने अपनी जान बचाने के लिए सेल्फ डिफेंस किया। सेल्फ डिफेंस में कोई कुछ भी कर सकता है। इसमें किसानों आर किसी तरह का कोई लाठीचार्ज नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि किसी पर कोई हमला करे तो सेल्फ डिफेंस भी लिया जा सकता है। कानून व्यवस्था संभालने के लिए कुछ भी किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक व्यक्ति का फोटो आया है, साधी वर्दी में हाथ में डंडा है। उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर राजनीति करने का काम गलत है।
बता दें कि इससे पहले गृहमंत्री अनिल विज ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि किसानों पर किसी तरह का लाठीचार्ज हुआ ही नहीं है तो इसकी जांच किस आधार पर की जाए? सरकार के स्पष्ट आदेश थे कि किसानों पर कोई लाठीचार्ज नहीं होगा। किसानों को अभी अध्यादेश समझ नहीं आ रहे और वह विपक्ष के बहकावे में हैं जब समझ आएंगे, तब यह आंदोलन खुद ही खत्म हो जाएगा।