एक स्वस्थ मनुष्य ही जीवन के अन्य सुखों का लाभ उठा सकता है । सच ही कहा है किसी ने – ‘पहला सुख निरोगी काया ‘ – इस वाक्य के पीछे कई सारी बातें छुपी हुई है लेकिन सभी बातों का उद्देश्य केवल एक ही है कि मनुष्य के जीवन में उसका स्वास्थ सबसे जरूरी माना गया है । जिसकी इम्यूनिटी पॉवर बेहतरीन हो वो ही भयंकर बीमारियों से कभी हार नहीं मानेगा ।
इसलिए पूरे विश्व में 1 हफ्ता विश्व प्रतिरक्षण सप्ताह जिसे इम्यूनाइजेशन वीक भी कहा जाता है । इस वीक में हर उम्र के लोगों की इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाने के लिए , टीकों के उपयोग को बढ़ावा देना इस सप्ताह का उद्देश्य है ।
विश्व प्रतिरक्षण सप्ताह – इसका उद्देश्य बीमारी के खिलाफ सभी उम्र के लोगों की सुरक्षा के लिए टीकों के उपयोग को बढ़ावा देना है। टीकाकरण हर साल लाखों लोगों की जान बचाता है । आज भी दुनिया में कई ऐसे बच्चे है जिन्हें वे टीके नहीं मिल रहे हैं जिनकी उन्हें ज़रूरत है।
हिंदुस्तान की यदि बात करी जाए तो कुछ लोग ऐसे है जिन्हें इन टीकों के बारे में पता तक नहीं है ।जबकि एक देश विकसित करने के लिए हर देशवासी को ये बात पता होनी चाहिए । इन टीकों का मूल्य काफी महंगा है लेकिन सरकार टीकों को काफी कम रुपयों या फिर मुफ्त में भी लोगों तक पहुंचती है ।
हमारे अधिकतर पाठक इस बात से अनजान नहीं होंगे कि इस समय किस प्रकार कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है । ऐसे में वैज्ञानिकों के मुताबिक दी गई रिपोर्ट से ये पता चलता है कि जिसकी इम्यूनिटी पॉवर मजबूत है उसके इस बीमारी से बचने के आसार ज़्यादा है ।
इसीलिए बुजुर्गों को इस दौरान ज़्यादा ध्यान देने के लिए कहा है क्योंकि उम्र के साथ इम्मुंटी पॉवर भी कम होती जाती है ।
डब्लयू एच ओ ने इस साल 2020 को नर्स और मिडवाइफ अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के रूप में नामित किया है, डब्ल्यूएचओ नर्सों और दाइयों को नए माता-पिता के लिए शुरुआती टीका चैंपियन के रूप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उजागर करेगा।