HomeCrimeरोड पर भटक रहे नाबालिक की मदद कर डीसीपी एनआईटी ने पेश...

रोड पर भटक रहे नाबालिक की मदद कर डीसीपी एनआईटी ने पेश किया पुलिस का मानवीय चेहरा

Published on

फरीदाबाद: पुलिस उपायुक्त एनआईटी श्री अर्पित जैन ने रोड पर भटक रहे बच्चे की मदद कर मानवता का फर्ज निभाया है।

रोड पर भटक रहे नाबालिक की मदद कर डीसीपी एनआईटी ने पेश किया पुलिस का मानवीय चेहरा

कल दिनांक 20 सितंबर 2020 को शाम के समय ऑफिस से जाते समय डीसीपी श्री जैन को एक नाबालिग बच्चा उम्र 15 साल केएल मेहता कॉलेज के सामने खड़ा हुआ मिला।

पुलिस उपायुक्त ने गाड़ी रोक कर बच्चे से उसके घर के बारे में और वह यहां पर क्यों खड़ा है इस बारे में पूछा।

रोड पर भटक रहे नाबालिक की मदद कर डीसीपी एनआईटी ने पेश किया पुलिस का मानवीय चेहरा

तो बच्चे ने बताया कि वह भूखा है उसके घर में कोई भी कमाने वाला नहीं है और वह बहुत परेशान है।

जिस पर पुलिस उपायुक्त ने चाइल्ड हेल्पलाइन में तैनात रविंद्र को फोन कर वहां पर बुलाया और उनको कहा कि बच्चे को उसके घर पर पहुंचाया जाए।

डीसीपी एनआईटी ने बच्चे को खाना खिलाया और कुछ रुपए देखकर उसकी आर्थिक मदद की।

बच्चा पाली रोड पर पहाड़ी नंबर 3 पर रहता है उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है जो कि अपने मामा के घर पर रहता है मामा का एक्सीडेंट हो गया था जिससे मामा की पैर में रोड डली हुई है।

रोड पर भटक रहे नाबालिक की मदद कर डीसीपी एनआईटी ने पेश किया पुलिस का मानवीय चेहरा

घर में कमाने वाला कोई भी नहीं है मामा की लड़की जो कि नाबालिक है घरों में झाड़ू पोछा का काम करती है वह घर का गुजारा चला रही है।

पुलिस उपायुक्त ने बच्चे और उसके परिवार की मदद करने के लिए खाद्य सामग्री से संबंधित सरकार की योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया है।

डीसीपी ने चाइल्ड डिपार्टमेंट से मिलने वाली मदद भी बच्चे को दिलाने का भरोसा दिलाया है।

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...