किसी योद्धा से कम नहीं है लोक डाउन में अपने परिवार को घर में कैद रखने का गृहणियों का अथक परिश्रम
लोक डाउन में लोगों को होम लोक होने की वजह सबसे ज़्यादा मुश्किल गृहणी को हो रही है। क्योंकि जब पूरा परिवार घर में हो ऐसे में हर व्यक्ति की जरूरत का ख्याल रखना यह हम दृश्य हम अपने घरों में भी देखतें होंगे। जहां हमारी मां, बहन, पत्नी या बेटियां सुभा से शाम तक रसोई घर की गर्मी में पसीना बहाते हुए आपकी जरूरत का ख़्याल रखने में अहम भूमिका अदा करती हैं।
लेकिन यह बातें हमारे लिए सामान्य है क्योंकि हमारे लिए यह कुछ नया नहीं है। लेकिन इन बातों को आपने खुद से महसूस किया है। भले ही हमें लोक डाउन में ऑफिस या अन्य कार्यों से छुट्टी मिल गई।लेकिन पूरे परिवार को संभालने वाली महिलाओं को उनके जीवन में कोई छुट्टी नसीब होना असंभव ही लगता है।
ऐसे में जब हर व्यक्ति घर है तो कुछ ना कुछ नया व्यंजन परोसे जाने की मांग हर व्यक्ति के मन में उमड़ पड़ी है, जिसे पूरा करते करते गृहणियों का काम ख़तम होने का नाम नहीं ले रहा है। जब परिवार की बात हो और उन्हें घर में रोकने की बात हो तो केवल लोगों की इच्छाओं को पूरा कर है उन्हें घरों की चारदीवारी में कैद करके रखा जा सकता है।
अब वहीं जब बच्चे स्कूल जाने की वजह घरों में है तो उनके पढ़ाई का ध्यान रखना भी एक मां की ही जिम्मेदारी बनती है। क्योंकि ऑनलाइन क्लासेज में कार्य करवाने का जिम्मा भी अब माओं के हिस्सों में बांट दिया गया है। तो अपने बच्चों का भविष्य अंधेरे में ना डूबे यही सोच उन्हें काम के आलावा बच्चों की देखभाल के लिए प्रेरित करती हैं।
जहां पहले बच्चों के स्कूल जाने के बाद और अन्य सदस्यों के अपने कार्यों स्थल जाने के बाद जो समय थोड़ा आराम करने को मिलता था। अब ऐसा समय तो मानो इनकी असलियत से लिप्त हो गया है। क्योंकि जब हर व्यक्ति घर पर होगा तो काम तो बढ़ना लाजमी है। तो आप ही सोचिए हमारी घर की गृहिणी भी किसी योद्धा से कम नहीं है जो लोक डाउन में अपनी परिवार की सुरक्षा और उन्हें घर में रुके रखने के लिए हर संभव प्रयास करती नहीं थक रहीं हैं। उनके इस जज्बे को सलाम करना चाहिए।