आन लाइन ट्रांसफर नीति का विरोध करते हुए बिजली कर्मचारियों ने मंगलवार को चारों डिवीजन पर विरोध प्रर्दशन किया। प्रर्दशन के बाद बिजली विभाग के एसीएस व बिजली वितरण निगमों के सीएमडी के नाम संबोधित ज्ञापन कार्यकारी अभियंताओं को सौंप कर तकनीकी विभाग होने के कारण बिजली निगमों में आन लाइन ट्रासंफर नीति को लागू न करने की मांग की।
प्रदर्शन में फैसला लिया गया की अगर आज प्रदेशभर में हुए प्रदर्शनों के बावजूद कर्मचारी एवं निगम व उपभोक्ता विरोध आन लाइन ट्रासंफर नीति के तहत जबरन कर्मचारियों के ट्रांसफर किए गए तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रोग्राम के तहत आज बल्लभगढ़, एनआइटी,ओल्ड व ग्रेटर फरीदाबाद डिवीजन में प्रर्दशन किए गए।
प्रदर्शनकारी बिजली कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए यूनियन के सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के अध्यक्ष श्री सुभाष लांबा ने बताया कि बिजली निगमों में पूरा कार्य ही जोखिमपूर्ण है।उन्होने कहा कि तबादला नीति के लागू होने के बाद दुर्घटनाएं बढ़ जाएंगी।
उन्होने बताया कि इस तरह की नीति बिजली बोर्ड के समय में भी लागू की गई थी,दुर्घटनाओं में बढ़ोत्तरी के बाद तबादला नीति को वापिस लेना पड़ा।उन्होने कहा कि तकनीकी कर्मचारियों के साथ-2 दफ्तरों में कार्यरत बिजली कर्मचारियों को उपभोक्तओं व लाईनों की पूरी जानकारी होती है।उन्होने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य सरकार कोरोना महामारी को अवसर के रूप में लेकर कर्मचारियों पर हमले तेज कर रही है।
इसी अवसर का फायदा उठाकर सरकार सरकारी विभागों को अपने चहेते पूंजीपतियों के हवाले कर रही है।महामारी की आड़ में आर्थिक कटौतियां लगाई जा रही है।यूनियन नेताओं ने बताया कि बिजली निगमों में जोखिमपूर्ण कार्य के बावजूद कर्मचारियों को काम करने के लिए उचित टी एन्ड पी तक नहीं दी जा रही है।
बडी लाइनों की क्रासिंग के कारण रोजाना दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं,जबकि इन्हें हटाने के लिए यूनियन बार-2 अधिकारियों को कह चुकी है।बिजली वितरण निगम में लाईनों पर काम करने के लिए गाडी तक नहीं है।कर्मचारी जब अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन करते हैं तो अधिकारी आन्दोलन को कमजोर करने का प्रयास करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारी सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर निर्णायक आन्दोलन करेंगे,जिसको लेकर 29सितम्बर को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शनकारी बिजली कर्मचारियों को यूनियन नेता शब्बीर अहमद गनी, मनोज जाखड़, अशोक कुमार,रामचरण पुष्कर, रमेश तेवतिया, भूप सिंह कौशिक,करतार पहले, कृष्ण कुमार, गिरीश कुमार राजपूत, अशरफ़ खान, लज्जा राम, राम भरोसे ने भी सम्बोधित किया।