कृषि बिल पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने है और ये तकरार फिलहाल शांत होती नहीं दिख रही है। अब संसद के बाहर शह और मात का खेल चल रहा है। संसद परिसर में रात भर धरने पर बैठे आठ सांसदों के लिए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह मंगलवार सुबह चाय लेकर पहुंचे लेकिन निलंबित सांसदों ने चाय पीने से इनकार कर दिया। पूरी रात उनका प्रदर्शन जारी रहा। सारे सांसद गांधी प्रतिमा के पास डटे रहे।
बता दें कि राज्यसभा में कृषि बिल को लेकर हंगामा करने और रूल बुक फाड़ने पर कार्रवाई करते हुए उच्च सदन के सभापति वैंकेया नायडू ने सोमवार को विपक्ष के आठ सांसदों को निलंबित कर दिया। जिसके बाद से ये लोग महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे।
विपक्ष लगातार कृषि बिल के विरोध में सरकार पर हमलावर विपक्ष के कई बड़े नेता इस बिल को किसानों के साथ धोखा करार दे रहे हैं। कांग्रेस के नेता गुलाम नवी आजाद ने कहा कि जो बिल पास हुआ है वो पार्लियामेंट की सहमति से नहीं हुआ।
वहीं कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने मनमाने तरीके से बिल को पास काने का आरोप लगाया और बिल पर वोटिंग न कराने की बात कही।
भाजपा सरकार ने किसानों के खिलाफ काला कानून पास किया है। बिल का विरोध करने पर हमें निलबिंत किया गया।
— AAP (@AamAadmiParty) September 21, 2020
इसलिए हम धरने पर बैठे है और तब तक बैठे रहेंगे जब तक भाजपा सरकार नहीं बताती की क्यों बगैर वोटिंग के लोकतंत्र का गला घोंट कर इस काले कानून को पास किया गया।- श्री @SanjayAzadSln pic.twitter.com/0u8f5lGsju
कृषि बिल और निलंबन वापसी की मांग पर धरने पर बैठे आठ सांसदों के लिए डिप्टी चेयरमैन हरिवंश सिंह मंगलवार सुबह जब चाय लेकर पहुंचे तो इस दौरान निलंबित आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि उपसभापति सुबह धरना स्थल पर मिलने आये हमने उनसे भी कहा
“नियम क़ानून संविधान को ताक़ पर रखकर किसान विरोधी काला क़ानून बिना वोटिंग के पास किया गया जबकि BJP अल्पमत में थी और आप भी इसके लिये ज़िम्मेदार हैं”
इसके अलावा आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि ये काला कानून सरकार लेकर आई है। उसके खिलाफ हम धरने पर बैठे हैं। कहा कि संविधान का गला घोंट कर सरकार ने जबरन ये बिल पास कराया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके इस व्यवहार की तारीफ की है। पीएम मोदी ने लिखा कि जिन्होंने कुछ दिन पहले उनका अपमान किया, अब हरिवंश जी उनके लिए ही चाय लेकर पहुंचे हैं। ‘जिन सांसदों ने उनपर हमला किया और अपमान किया और अब धरने पर बैठ गए हैं, उनको ही हरिवंश जी चाय देने के लिए पहुंच गए, ये उनके बड़े दिल को दर्शाता है। ये उनकी महानता को दिखाता है, पूरे देश के साथ मैं भी उन्हें बधाई देता हूं।’
वहीं बीजेपी नेता इस कृषि बिल को किसानों के लिए ऐतिहासिक बता रहे हैं और कह रहे हैं कि ये विपक्ष सांसद सिर्फ बवंडर खड़ा करना चाहते हैं। बीजेपी सांसद अनिल जैन ने निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी सांसदों ने संसद की परंपरा का उलंघन किया है।
एक तरफ जहां कृषि बिल के पास होने पर विपक्ष सरकार पर लगातार हमालावर है और निलंबित विपक्षी सांसद इस बिल को वापस लेने के सरकार पर दबाव बना रहे हैं।