अगर आपके हाथों से ऐसा हो जाए तो होगा अशुभ, अब ये शुभ, अशुभ के मामले को लेकर लोग बहुत आशंकित होते हैं। क्योंकि शुभ और अशुभ होने से लोगों के ज़हन में पॉज़िटिव और नेगेटिव टाइप फीलिंग भी आती है। कुछ लोग कुछ बातों को लेकर बेहद सजग होते हैं। कहने को तो सब विश्वास और अस्था का खेल होता है। कहा जाता है कि मानने वाले के लिए सबकुछ और ना मानने वाले के लिए कुछ भी नहीं। अब कुछ बातों को हम आपके सामने शेयर करने जा रहे हैं।
जी हां, आपके हांथों से किन चीजों का गिरना अशुभ माना जाता है। सबसे पहले हम बात करते हैं उबलते दूध के गिरने की तो आपको बता दें कि दूध को चंद्रमा से जोड़कर देखा गया है और वास्तु के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि उबलते दूध के गिरने की वजह से सुख समृद्धि में बाधा आती है। उबलते दूध का गिरना यानी परिवार के सदस्यों के बीच लड़ाई झगड़ा होने का भी संकेत होता है, वहीं दूसरी तरफ कुछ अन्य धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बताया गया है कि यदि दूध या फिर दूध से बने किसी भी वस्तु के गिरने से परिवार पर घोर संकट आ सकता है।
इसके अलावा हम बात करते हैं तेल के पात्र के बारे में जिसे लेकर बताया गया है कि यदि तेल का पात्र या बर्तन आपके हाथ से छूट जाए या लुढ़क जाए या फिर कढ़ाई में डालते वक्त तेल का पात्र आपके हाथों से गिर जाए तो इस परिस्थिति में परिवार पर कोई बड़ा संकट आ सकता है। आने वाले समय में आप के ऊपर कोई बड़ा खर्च हो सकता है ऐसे में आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए तथा फिजूल खर्च पर रोक लगानी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ अगर अनाज जैसे गेहूं या चावल गिर जाए तो इसे भी बड़ा अपशकुन माना जाता है क्योंकि हमारे हिंदू धर्म में अनाज का अपमान यानी अन्नपूर्णा मां का अपमान माना गया है।
अतः जाने अनजाने में अगर आपके साथ इस तरह की गलती हो जाए या आपके हाथ से अनाज गिर जाए या फिर पैरों तले लगे तो उसे उठाकर अपने माथे से लगा ले और आपसे हुई इस गलती के लिए क्षमा अवश्य मांगे अन्यथा मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा का यह अपमान आपके घर में दरिद्रता ला सकता है। आपकी जानकारी के लिए बताते हैं कि सुहाग की निशानी माने जाने वाला सिंदूर यदि किसी भी कारण से आपके हाथों से गिर जाए तो यह एक बहुत ही ज्यादा बुरा संकेत माना गया है। सिंदूर का सीधा कनेक्शन पति से होता है इसलिए अगर इस तरह की स्थिति हो तो इसका सीधा असर आपके पति पर पड़ता है। परिणाम स्वरूप आपके पति किसी भारी परेशानी में फंस सकते हैं या उन्हें उनके व्यापार से संबंधित किसी तरह का बड़ा नुकसान हो सकता है। ऐसे में यदि इस तरह की घटना हो जाए तो कोई भी फैसला लेने से पहले सतर्क हो जाना ही बेहतर है।
अगर देखा जाए तो हर बात हमारी दिमांग की उपज होती है। अगर कुछ हमारे मुताबिक हो जाए तो हमें लगता है कि बहुत बेहतर हुआ है। अगर हमारी सोच के विपरित हो जाए तो हमारे मन में तरह-तरह के सवाल उठने शुरू हो जाते हैं। लेकिन इसी बीच कुछ ऐसी बातें भी निकलकर सामने आ जाती हैं जिन्हें हम लोग आस्था, अच्छा बुरा आदि से जोड़कर देखना शुरू कर देते हैं। जहां ऐसा हुआ वहीं हम दूसरों की बातों पर निर्भर होना शुरू हो जाते हैं और आंकलन भी करना शुरू कर देते हैं कि क्या अच्छा है क्या बुरा, क्या बेहतर है क्या ठीक।