हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्र के सजग प्रहरी व सच्चे राष्ट्र भक्त के रूप में भारतवासियों के प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सेवा में सदैव तत्पर रहने वाले दीनदयाल जी का यही उद्देश्य था कि वे अपने राष्ट्र भारत को सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षिक क्षेत्रों में बुलंदियों पर देख सकें।
सहकारिता मंत्री ने यह बात आज यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर कही। उनकी मेधावी प्रतिभा शक्ति का परिचय तब हुआ, जब उन्होंने अजमेर बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में प्रथम स्थान लेकर उत्तीर्ण की।
उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक ऐसी राजनीतिक विचारधारा के सूत्रधार एवं समर्थक थे, जिनमें राष्ट्रभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी थी। राजनीति में कथनी व करनी में अन्तर न रखने वाले इस महापुरुष ने भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी गहरी आस्था बनाये रखी। उन्होंने कहा कि दीनदयाल जी एक राजनीतिक विचारक होने के साथ-साथ श्रेष्ठ साहित्यकार, अनुवादक व पत्रकार भी थे। उनकी लिखी पुस्तकों में सम्राट चन्द्रगुप्त, भारतीय अर्थनीति एक दिशा, जगदगुरू शंकराचार्य विशिष्ट हैं।