गिरते भू-जल स्तर से निपटने के लिए तालाबो का किया जायेगा सुधारीकरण

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फरीदाबाद : जिले में लगातार भू-जल स्तर गिरता जा रहा है। यह दुखद और चिन्ताजनक बात है कि कम हो रहे भू-जल की इस विकट समस्या से निपटने के लिए अब तक वैश्विक स्तर पर कोई भी ठोस पहल होती नहीं दिखी है। ये एक कटु सत्य है

कि अगर दुनिया का भू-जल स्तर इसी तरह से गिरता रहा तो आने वाले समय में लोगों को पीने के लिए भी पानी मिलना मुश्किल हो जाएगा। हालाँकि ऐसा कतई नहीं है कि कम हो रहे पानी की इस समस्या का हमारे पास कोई समाधान नहीं है।

गिरते भू-जल स्तर से निपटने के लिए तालाबो का किया जायेगा सुधारीकरण

वही जल और हवा ही मात्र ऐसे तत्व हैं, जिनका महत्व बताने की आवश्यकता नहीं पड़ती। बचपन से ही इंसान इन दोनों तत्वों की उपयोगिता को भलिभांति समझ जाता है। इसके बावजूद भी जब वो बड़ा होता है, तो दोनों ही तत्वों की उपयोगिता का गहराई से पता होने के बाद भी इनके संरक्षण का उद्देश्य कहीं खो जाता है।

साथ ही जिले में लगातार घटते जा रहे भूजल स्तर को लेकर गांव के तालाबों को फिर से जीवंत करने की मुहिम चल रही है स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत फरीदपुर गांव में ऐसे ही एक तालाब को नया रूप दिया जा रहा है

गिरते भू-जल स्तर से निपटने के लिए तालाबो का किया जायेगा सुधारीकरण

जहां पहले कूड़ा कचरा पड़ा रहा था इस साल आपका पानी ओवरफ्लो होकर गांव की गलियों से भर जाता था पंचायती राज विभाग द्वारा 6.5 लाख की लागत से तालाब को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है करीब 25 दिन बाद यहां 3 तालाब विधि काम करने लगेगी बता दें कि गांव में तालाब कब जा रहे हैं जो बचे हुए हैं

धीरे धीरे का पानी जमीन के नीचे रिसने की जगह ओवरफ्लो होकर आसपास भरना शुरू हो गया है अब 3 तालाब विधि पर दूर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के जिला कार्यक्रम प्रबंधक उपेंद्र सिंह के अनुसार गांव में तारापुर को फिर से जीवंत करने की मुहिम शुरू कर दी है इसके लिए अलग से बजट भी अलर्ट किया गया है

गिरते भू-जल स्तर से निपटने के लिए तालाबो का किया जायेगा सुधारीकरण

अब तीन तालाब विधि पर जोर है इस विधि से गांव का गंदा पानी से चलोगे किया जाएगा सबसे पहले पुराने तालाब को साफ किया जाएगा इसकी खुदाई होती है एक साथ तीन तालाब बनाए जाते हैं गांव का पानी पहले वाले तालाब में जाता है फिर पाइप के माध्यम से दूसरे और तीसरे में रह जाता है

गंदे पानी के साथ साथ आने वाला कचरा पहले वह दूसरे तालाब तक रह जाता है तीसरे तालाब में से चाहिए ओके पानी पहुंच जाता है फसलों की सिंचाई भी हो सकती है तालाब के पानी का सीधा असर गांव के भूजल स्तर पर पड़ता है गांव की सरपंच सविता ने बताया कि पहले तालाब बरसाती पानी के पूरे भरे रहते थे

गिरते भू-जल स्तर से निपटने के लिए तालाबो का किया जायेगा सुधारीकरण

जिससे पानी धीरे-धीरे जमीन के नीचे चला जाता था और भूजल स्तर घटता नहीं था समाप्त होने से बात नहीं हो पा रहा है जिस से लगातार घटता जा रहा है वहीं अतिरिक्त उपायुक्त सतवीर मान का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत गांवों के तालाबों को सुधारी करण का कार्य जारी है

कुछ गांव में नए तालाब की खुदाई चल रही है तो कहीं पुराने तालाब को तैयार कर रहे हैं इससे ना केवल भूजल स्तर पर फर्क पड़ता है बल्कि इन पानी का प्रयोग सिंचाई के लिए किया जा सकता है