उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने की 55 पुलों के निर्माण परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा

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राज्य में अब पुलों के निर्माण संबंधित प्रोजेक्ट स्पीड पकड़ेंगे। इसके लिए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पुल निर्माण संबंधित सभी परियोजनाओं की समय सीमा निर्धारित की। उन्होंने संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को आदेश दिए कि वे समय-समय पर निर्माण की प्रगति का जायजा लेते रहें। डिप्टी सीएम ने कहा कि अधिकारीगण यह कोशिश करें कि निर्माण निर्धारित समय अवधि में ही पूरा हो और बेवजह परियोजना पूरी करने में देरी ना हो।

बैठक में उन्होंने प्रदेशभर में 55 पुल निर्माण परियोजनाओं पर चल रहे कार्यों की समीक्षा की। शनिवार को वे गुरूग्राम में प्रदेश के लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाए जा रहे पुलों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इसके लिए प्रदेशभर के लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित की गई थी।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने की 55 पुलों के निर्माण परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा

उपमुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस समीक्षा बैठक के दौरान गुरूग्राम जिला से संबंधित तीन पुल परियोजनाओं पर चर्चा हुई। इनमें संबंधित अधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री को बताया कि गांव धनवापुर के पास 8.12 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से रेलवे अंडरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है जोकि लगभग एक वर्ष में पूर्ण होगा।

इसी प्रकार, फरीदाबाद – गुरूग्राम रोड पर गांव बंधवाड़ी के पास लगभग 11.22 करोड़ रूप्ये की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना का लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। वहीं गुरूग्राम में मुख्य बस अड्डे के पास राव महावीर चौक पर अंडरपास का निर्माण कार्य भी चल रहा है। इस परियोजना का लगभग 11 प्रतिशत कार्य पूरा हुआ है और इसमें राव महावीर सिंह चौक तथा महाराजा अग्रसैन चौक के चौराहों का सुधारीकरण भी शामिल है। पूरी परियोजना की लागत लगभग 56 करोड़ रूपये है।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने की 55 पुलों के निर्माण परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा

बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए कि वे परियोजना का नींव पत्थर रखवाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि उस परियोजना की प्रशासनिक स्वीकृति हो, जगह सभी विवादों से मुक्त हो तथा उसकी वित्तीय लागत का सही अनुमान लगाया जाए। उसी अनुसार परियोजना को पूर्ण करने का समय भी निर्धारित करवाएं, उसके बाद निर्माण निश्चित अवधि में ही पूरा हो।