फरीदाबाद: पुलिस उपायुक्त मुख्यालय डा० अर्पित जैन ने आज अपने कार्यालय सेक्टर 21C में NIT जोन के सहायक पुलिस आयुक्त तथा थाना व चौकी प्रभारियों के साथ बैठक कर उन्होंने पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने कहा कि हमारा सबका फर्ज नागरिकों की हर संभव सहायता करना है ताकि उनमें सुरक्षा की भावना पनपे व जनता में पुलिस के प्रति सोच को साकारात्मक दिशा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन का यह कर्तव्य बनता है कि वह आमजन के हितों की रक्षा के लिए हर वक्त उनके साथ खड़े हों।
डा० अर्पित जैन ने क़हा कि अच्छे प्रशासन से ही एक कल्याणकारी समाज का निर्माण होता है प्रशासन की नीतियाँ ही यह निर्धारित करती हैं कि समाज का आने वाला भविष्य किस दिशा में प्रगति करेगा अच्छा प्रशासन ही समाज को सकारात्मक दिशा प्रदान करता है तथा उनकी प्रशासन से सम्बंधित आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
सकारात्मक विचार ही मनुष्य को अपने जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते है। इसलिए विपरीत परिस्थितियों में भी हमें हौसला नहीं हारना चाहिए तथा मुसीबतों से डटकर सामना करना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने निर्देश देते हुए पुलिस अधिकारीयों से कहा कि अपने क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों को चेक करवाएं क्यूंकि सीसीटीवी कमरे किसी अपराधी को पकड़वाने में अहम् भूमिका अदा करते है। कई बार अपराधी वारदात को अंजाम देकर घटनास्थल से फरार हो जाता है और किसी अन्य व्यक्ति की नजर से बच जाता है परन्तु यदि घटनास्थल के आस पास कोई कैमरा लगा हुआ है तो उसकी तस्वीर कैमरे मे कैद हो जाएगी और इस तरह से उस अपराधी को आसानी से पकड़ा जा सकता है।इसलिए आप अपने क्षेत्र में लगे हुए कैमरों को चेक करवाएं और यदि उनमे कोई खामी मिलती है तो उसे जल्द ठीक करवाएं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता को जब थाने में बुलाया जाता है तो उन्हें बताए गए उचित समय पर उनसे मुलाकात करें। कई बार शिकायतकर्ता को पुलिस अधिकारिओं से मिलने में काफी समय तक इंतज़ार करना पड़ता है जिसकी वजह से उनके समय की बर्बादी होती है।
कुछ व्यक्ति तो इतने गरीब होते है कि यदि लम्बे इंतज़ार के चलते वह मजदूरी पर भी नहीं जा पाते जिसकी वजह से उनको उनके एक दिन की मजदूरी की हानि होती है जो उस गरीब व्यक्ति के लिए अति महत्वपूर्ण है। इसलिए ऐसी छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें जो किसी फरियादी के दुख को दूर कर सके।
पुलिस अधिकारियों का समाज में सकारात्मक प्रभाव बना रहे इसके लिए उनको चाहिए कि समाज के मुख्य व्यक्तियो के साथ संपर्क बनाए रखें ताकि वह भी पुलिस प्रशासन की सहायता करने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी पेट्रोल पंप के मालिकों, दुकानदारों, प्रधानों व सरपंचों के साथ बैठक आयोजित करते रहे और उन्हें जागरूक करें कि वाहन चोरी, घर की चोरी इत्यादि से कैसे बचें और साइबर ठगी के प्रति जागरूक करें की साइबर ठगी से कैसे बचा जा सकता है। एक जागरूक नागरिक भी बिना वर्दी की पुलिस होता है।
अपराध पर नियंत्रण करने के लिए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी उनके क्षेत्र में रह रहे आपराधिक प्रवर्ति वाले व्यक्तियों की सूची बनाए तथा उसे अपने कर्मचारियों व आम जनता तक पहुंचाएं ताकि उन्हें भी यह पता रहे कि हमारे समाज में कोनसा व्यक्ति किस प्रवृति का है तथा आपराधिक प्रवृर्ति वाले व्यक्ति के प्रति सजग रहकर समाज में घटित होने वाले अपराधों को रोका जा सके।
बैठक के अंत में जुआ और अवैध नशे के कारोबारियों पर रोक लगाने के लिए उन्होंने बताया की पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र के जुआ खिलाने वाले व अवैध नशे के कारोबारियों की सुची बनाए और इसकी सूचना पुलिस उपायुक्त कार्यालय में दे, जिसे इनकम टैक्स विभाग को भेजा जा सके। इससे अवैध स्रोतों से काली कमाई करने वाले के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग भी उनपर कड़ी कार्यवाही कर सकेगा।