अहिंसा के पुजारी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी : सुमित गौड़

0
416

कांग्रेसियों ने सादगीपूर्वक मनाई राष्ट्रपिता व पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती
फरीदाबाद। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती जिले के कांग्रेसियों ने कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ के सेक्टर-10 डीएलएफ स्थित कांग्रेस भवन में श्रद्धापूर्वक मनाई। इस मौके पर कांग्रेसियों ने श्री गांधी व शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें शत-शत नमन किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने हाथरस गैंगरेप पीडि़ता मनीषा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा और उसे जल्द न्याय दिए जाने की मांग की वहीं यूपी पुलिस द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के साथ की गई अभद्रता व धक्का-मुक्की की घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे पूरी तरह से असंवैधानिक करार दिया।

अहिंसा के पुजारी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी : सुमित गौड़

कार्यक्रम में मुख्य रूप से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके पं. योगेश गौड़, पूर्व मेयर अशोक अरोड़ा, चेयरमैन एस.एल. शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेंद्र शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष गुलशन बगगा, चेयरमैन राकेश भड़ाना, चेयरमैन ज्ञानचंद आहुजा, प्रदेश सचिव सत्यवीर डागर, प्रदेश सचिव राजन ओझा, लोकसभा अध्यक्ष रिंकू चंदीला,, प्रदेश प्रवक्ता योगेश ढींगड़ा, अशोक रावल, बाबूलाल, कृपाल सिंह वाल्मीकि, अनीशपाल, संजय सोलंकी, वरिष्ठ समाजसेवी देवेंद्र दीक्षित, महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका कक्कड़ भारद्वाज, प्रदेश सचिव गजेंद्र सिंह, एडवोकेट गौतम नारायाण सिंह, युवा कांग्रेसी नेता भारत अरोड़ा, प्रदीप भट्ट, अमन, आकाश, कपिल, कुलदीप, शिवा, जयपाल, हर्ष, संजीव शर्मा, ओमपाल, योगेश आदि अनेकों कांग्रेसजन मौजूद थे।

अहिंसा के पुजारी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी : सुमित गौड़

इस मौके पर कांग्रेसियों ने संयुक्त रुप से राष्ट्रपिता को नमन करते हुए कहा कि अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी ने जिस सादगीपूर्ण स्वभाव व दूरगामी सोच से अंग्रेजों के नाकों चने दबाए थे, वह किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री गांधी की सोच भारत को सशक्त एवं सम्पन्न बनाने की थी, यही कारण रहा कि वह ब्रिटिश सरकार के खिलाफ जमकर लोहा लेते रहे और उनके हर तानाशाही फरमान का अहिंसा के साथ विरोध करते रहे और उनका आंदोलन आखिरकार सफल रहा और अंगे्रेजों को भारत छोडक़र जाना ही पड़ा।

अहिंसा के पुजारी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी : सुमित गौड़

उन्होंने कहा कि आज देशवासी आजादी की खुली हवा में जो सांस ले रहे है, यह सब महात्मा गांधी के त्याग की बदौलत ही संभव हो पाया है। इस अवसर पर कांग्रेसी नेताओं ने उपस्थितजनों से आह्वान किया कि आज हमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शो को अपनाकर समाज व देशहित में अपना योगदान देना होगा, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।