आज सुबह भगवान केदारनाथ धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए। धाम के कपाट खुलने के समय पूजा में पुजारी समेत सिर्फ 16 लोग ही इस अवसर में शामिल हुए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया।
मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग द्वारा बाबा की समाधि पूजा के साथ अन्य सभी धार्मिक औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसके बाद तय समय पर सुबह 6.10 बजे केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए।
.देवस्थानम बोर्ड के कार्यधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि संगम से मंदिर परिसर तक बर्फ को काटकर चार फीट से अधिक चौड़ा रास्ता बनाया गया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के कारण इस बार आम श्रद्धालु का तांता देखने को नहीं मिलेगा। इस मौके पर धाम को सुंदर फूलों से भव्य सजाया हुआ था। जिसमें तीर्थनगरी के सतीश कालड़ा ने अपनी कलाकारी का उमदा प्रदर्शन दिया।
सतीश ने बताया कि मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है। प्रतिवर्ष वह बदरीनाथ मंदिर को भी सजाने का कार्य करते हैं।
बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ हरीश चन्द्र गौड़ ने बताया कि धाम के दर्शन के लिए लोक डाउन से पहले ही 10 लाख बुकिंग मिल चुकी थी। अब इन श्रद्धालुओं को पूजा का प्रसाद डाक से भेजा जाएगा।