फरीदाबाद : लॉक डाउन की वजह से अर्थव्यवस्था डगमगा चुकी है ।इसलिए जिले में कई इलाकों में प्रशासन द्वारा राहत दी गई कि लोग गांव के इलाके में फैक्ट्री या कारोबार खोल सकते है ।इसी के साथ प्रशासन से परमिशन लेकर भी कई कंपनी भी चल रही जिनका चलना अति आवश्यक है ।
लॉक डाउन की वजह से शहर का वातावरण बिल्कुल स्वच्छ हो चुका था । लेकिन एक बार फिर वातावरण में प्रदूषण का स्तर बढ़ता नज़र आ रहा है ।
लॉक डाउन 2•0 की शुरुआत में तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 से भी कम हो चुका था जो सांस लेने के लिए एक स्वस्थ हवा है ।लेकिन अब 20 अप्रैल से रियायत मिलने के बाद प्रदूषण बढ़ता गया और 100 से भी अधिक अब आंकड़े पहुंच चुके है । पूरी तरह छूट मिलने के बाद 200 से अधिक हो जाते है ये आंकड़े ।
अब आप अंदाज़ा लगा सकते है कि किस प्रकार वायु प्रदूषण एक बार फिर बढ़ता नज़र आएगा ।
यदि आप चाहते है कि प्रदूषण बढ़े नहीं और शहर की हवा कम से कम सांस लेने लायक तो हो तो कम से कम प्रदूषण फैलाने का प्रयत्न करें ।
लेकिन दी गई तस्वीर को देख के ऐसा लगता है कि प्रदूषण एक बार कम तो हो गया लेकिन शायद इस बनाए रखना बेहद मुश्किल है । सेक्टर 89 ग्रेटर फरीदाबाद की इस तस्वीर ने एक बार फिर चिंता का विषय सामने खड़ा कर दिया है ।
हमारी टीम की ओर से भी ये अपील है कि शहर को स्वस्थ हवाओं को प्रदूषित ना करें ।जितना हो सके उतने इंतजाम करे जिससे कि हवाएं प्रदूषित ना है ।जैसे कि सड़कों पर कूड़ा कचरा ना जलाएं , फैक्ट्री वेस्ट ना फैलाए इत्यादि चीज़ों पर ध्यान रखें ।