सरकार अब देश की हवा को लेकर और भी सक्रिय हो गयी है।देश की जनता के लिए भी यह एक तोर पर सावधान होने वाली खबर है। क्युकी अगर अब जनता शहर की हवा को लेकर सक्रिय नहीं हुई तो उन्हें भारी रूप से शारीरिक एवं आर्थिक परेशानी दोनों का सामना करना पड़ सकता है। ग्रेटर रिस्पांस एक्शन प्लेन को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने प्रदुषण फैलाने वालो पर शक्ति बरतने की तैयारी कर ली है। दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदुषण के जलते स्थिति को काबू करने को निगम अब चलन कटेगा।
कचरा वह कबाड़ जलाने वाले ,भवन निर्माण सामग्री के कारण प्रदुषण फैलाने वालो का एक लाख तक का जुर्माना किया जायेगा। पिछले वर्षो में भी नगर निगम द्वारा प्रदुषण फैलाने वालो के खिलाफ कार्यवाही की गयी थी। लेकिन प्रदुषण पर कोई रोक नहीं लगी। महामारी के कारण कुछ दिनों के लिए प्रदुषण दर कम हुआ था। लेकिन लॉक डाउन खुलते ही प्रदुषण की स्थिति फिर से बेकाबू होने लग गयी। यही कारण है की अब नगर निगम द्वारा प्रदुषण फैलाने वालो के खिलाफ जुरमाना डबल कर दिया है।
ओल्ड फरीदाबाद एवं एनआईटी में कबाड़ियों के गोदाम में कचरा जलाने पर जुर्माना किया गया था ,मगर उस समय अधिकतर चालान 5 हजार रूपए का था। परन्तु इस बार जुरमाना राशि बड़ा दी गयी है। बात दे की शहर में विभिन छेत्रो में अब भी खुले में भवन निर्माण सामग्री फैली हुई है। भवन निर्माण सामग्री के कण वातावरण में फैल रहे प्रदूषण बढ़ा रहे हैं।
ऐसे ही कई क्षेत्रों में कचरा जलाने की भी शिकायतें आ रही हैं फल तथा सब्जी मंडी में भी कई जगह कचरा जलाया जाता है इन सारी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए नगर निगम प्रदूषण के खिलाफ दो-तीन दिन में अभियान तेज करेगा।