पृथला के पूर्व विधायक ने गायो के आहार के लिए 61000 रुपए दिए।

0
610
 पृथला के पूर्व विधायक ने गायो के आहार के लिए 61000 रुपए दिए।

भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते असर को देखते हुए लॉक डाउन के चलते सभी लोग अपने घरों पर कैद है। हालांकि कई संस्थाएं ऐसे वक़्त में समाज सेवा हेतु सामने आ रहे हैं और वो सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों के साथ संवाद स्थापित करके उन्हें निरंतर जागरूक करने की कोशिश भी कर रहे हैं। इन सबके बीच पृथला विधानसभा के पूर्व विधायक और समाज के प्रतिष्ठित पंचायती व्यक्ति चौधरी रघुबीर सिंह तेवतिया इन दिनों गौसेवा करते हुए नजर आ रहे हैं।

पृथला के पूर्व विधायक ने गायो के आहार के लिए 61000 रुपए दिए।


उन्होंने गाय की पीठ पर अपना हाथ फेरते हुए कहा कि कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के बीच कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे इसको लेकर कई संगठन आगे आए हैं, लेकिन शहर में घूम रही गायों और अन्य पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था नहीं हो रही है। ऐसे में तेवतिया ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए गायों के आहार के लिए बाबा बलराम दास गौशाला, अलावलपुर में आज 61000 रूपए दिए। ताकि शहर में घूमने वाली या गौशाला कि कोई भी गाय भूखी न रहे।इससे गायों को रोजाना हरा चारा उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस लॉकडाउन में गौशालाओं में चारा पहुंचाना बड़ी चुनौती बन गया है जिससे गायों कि हालत ठीक नहीं है ।
लॉकडाउन के दौरान आम आदमी तो किसी तरह से अपनी आवश्यकताएं पूरी कर रहा है, लेकिन गौशालाओं में मवेशियों के लिए संकट खड़ा हो गया है। कई जिलों में प्रशासन की ओर से गौशालाओं में इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं लेकिन गांव-गांव खुली गौशालाओं में रखे गए मवेशियों की हालत बदतर हो गई है। इनकी भूख-प्यास मिटाना अब बड़ी चुनौती बन गई है।

पृथला के पूर्व विधायक ने गायो के आहार के लिए 61000 रुपए दिए।


ऐसे में प्रधान व सचिवों की जिम्मेदारी के भरोसे यह गौशालाएं चल रही है। मौजूदा समय पर कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के चलते पिछले एक पखवारे से लॉकडाउन चल रहा है। जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। इन दिनों हालत यह है कि आम लोगों को अपने जीवन को चलाने के लिए आवश्यकताओं की पूर्ति को लेकर दिक्कतें हो रही है। पूरा प्रशासनिक अमला लॉकडाउन की सफलता को लेकर लगा हुआ है। बाहर से अपने घर-गांव आने वाले परदेशियों पर नजर रखने के साथ ही उनके होम क्वारंटीन की जिम्मेदारी संबंधित प्रधानों व सचिवों को मिली हुई है। ऐसे में गौशालाओं में रखे गए मवेशियों का पेट भरना अब चुनौती बन गया है। फिर भी जिला प्रशासन की ओर से इस दिशा में इंतजाम करने के दावे किए जा रहे है।

रघुबीर तेवतिया ने सभी से आग्रह किया कि हम सबकी भी नैतिक ज़िम्मेदारी बनती है कि अपने साथ साथ अपने आस पास ज़रूरतमंदों का ध्यान रखते हुए हमे गौ माता का व् उसकी सेवा का ही सम्पूर्ण ध्यान रखना चाहिए।उन्होंने सभी सामाजिक संस्थायों से भी अपील की कि वो भी अपने अपने area व आस पास गौशालायों का भी ध्यान रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here