कहते है जब किसी बड़े मुकाम पर पहुंचना हो तो उसके लिए सबसे ज़्यादा खुद पर भरोसा होना चाहिए। हमें यह बात क्यों ना पता हो कि उस रास्ते में बड़ी मुश्किल होगी और फिर भी मंजिल तक पहुंचना आसान नहीं होगा। लेकिन जब मन में उमड़ कर आया विश्वास आपको हार नहीं मानने देता तो आप भी हार नहीं मानते।
उक्त विचार एक ऐसे नेता को समर्पित करते है जिन्होंने जनता का साथ पाने के लिए जीवन में कई संघर्ष किए। जब पार्टी ने साथ छोड़ा तो भी इन्होंने हार नहीं मानी और उनका आत्मविश्वास से इन्होने जनता के दिलों में जगह बनाने में अमूमन जद्दोजहत की। आज पृथला विधायक नयन पाल रावत का जन्मदिवस है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण नेता ने अपने इस दिन को सामान्य दिन की तरह बिताया।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से विधायक के जीवन से जुड़े कुछ अहम योगदान और महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराएंगे। आज के समय में नयन पल रावत पृथला के विधायक और फरीदाबाद वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष है। लेकिन यहां तक उनका सफर इतना आसान नहीं था।
आज इस दिन को विधायक कैसे सेलिब्रेट करेंगे यह जानने के लिए जब पहचान फरीदाबाद की सवांदाता ने विधायक से बात तो उन्होंने अपने संघर्ष की स्थिति का बखान करते हुए आज अपने दिन को कैसे याद गार बनाएंगे यह जानना चाहा तो उन्होंने कुछ इस तरह जबाव दिया।
मूलतः पलवल जिला के असावटी गावं के रहने वाले विधायक नयन पाल रावत 1994 में नेहरू कॉलेज के छात्रसंघ के अध्यक्ष रूप में चयनित हुए।1996 में हरियाणा विकास पार्टी जिसकी नींव पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसी लाल ने बनाई थी, उक्त पार्टी के युवा इकाई के रहें।
2005 में विधायक नयन पल रावत ने बहुजन समाज पार्टी की टिकट से अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ा जिसमें उन्होंने बल्लबगढ़ विनाधसभा को चुना।
उसके बाद 2009 में उन्होंने पृथला विधासभा से बीजेपी पार्टी पर चुनाव लड़ा।
2014 में एक बार फिर बीजेपी पार्टी से चुनाव लड़ा, जहां यह विपक्षी दल से कुछ वोटों से चुनाव को हार गया थे। अब 2019 में उन्हें बीजेपी पार्टी से टिकट नहीं मिली तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडने का प्रयास किया। जिसमें इन्हें बड़ी कामयाबी और विपक्षियों को करारी हार का सामना करना पड़ा।
आज विधायक नयन पाल रावत का जन्मदिवस है लेकिन बावजूद उन्होंने इस दिन को सामान्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा जब पूरा देश एक वैश्विक बीमारी से जूझ रहा है,तो ऐसे में वो खुशी के इस पल को यादगार बनाने का सोच भी नहीं सकते। उन्होंने कहा कि जब देश इस संकट से मुक्त हो जाएगा तो हर एक दिन, हर एक व्यक्ति के लिए एक नया दिवस होगा।