उपायुक्त यशपाल ने कहा कि प्रवासी श्रमिक धैर्य बनाए रखें तथा भीड़ के रूप में कहीं एकत्रित न हो। फरीदाबाद में उद्योग एवं काम-धंधे शुरू हो गए हैं, जहां उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके विपरित अगर वे अपने प्रदेशों में जाएंगे तो उन्हें वहां 21 दिन तक क्वारेंटाइन सेंटरों या शैल्टर होम में रखा जाएगा। अगर कोई श्रमिक यहां से जाना भी चाहता है तो वह सरकार की पंजीकरण सेवा के तहत ई-दिशा पोर्टल के लिंक ईदिशा.जीओवी.इन/ईफाम्र्स/माइग्रेंटसर्विस पर अपनी सूचना भर दें।
उपायुक्त सोमवार को अपने कार्यालय व आॅनलाइन मोड से जिला संकट समन्वय समिति की बैठक ले रहे थे। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों व संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम को निर्देश दिए कि प्रवासी श्रमिकों को बिना अनुमति के बाहर नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा जिन मजदूरों के पास फरीदाबाद में रहने की सुविधा है, ऐसे लोगों के लिए अच्छी खबर यह है कि यहां पर उद्योग व अन्य कामकाज की गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जहां उन्हें रोजगार भी मिलेगा। इसी प्रकार जो व्यक्ति अन्य प्रदेशों में जाना भी चाहते हैं तो वे सरकार द्वारा जारी लिंक पर अपना पंजीकरण करवाएं तथा जब उनकी बारी आए, तभी वे उचित तरीके से अपने प्रदेश जाएं। इस कार्य के लिए एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो अन्य प्रदेशों के नोडल अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उनके जाने की उचित व्यवस्था करेंगे।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी प्रवासी श्रमिक अनावश्यक न घूमे। अगर कोई व्यक्ति अनावश्यक रूप से घूम रहा है तो उसे शैल्टर होम में रखा जाए। जब उनकी बारी आए तो उनके प्रदेशों में उन्हें भेज दिया जाए। सभी लोगों की स्क्रीनिंग भी करवाई जाए। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे पाजीटिव मामलों के कांटैक्ट प्रसन का सर्वें करें तथा उनकी पहचान कर उनका मेडिकल चेकअप अवश्य करवाएं। इस संबंध में प्रभावित मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का पूरा विवरण एकत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि सब्जी मंडियों में केवल थोक विक्रेता ही सब्जी बेचें तथा वहां पर भीड़ एकत्रित न होने दें। अन्य छोटे दुकानदारों व रेहड़ी वालों को सब्जी मंडी में सब्जी बेचने की अनुमति न दी जाए। सभी जगह सोशल डिस्टेंसिंग का जरूर ध्यान रखा जाए।
इस अवसर पर एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, जिला राजस्व अधिकारी सतीश कुमार, उप सिविल सर्जन डा. रामभगत, डा. रमेश कुमार, डा. गीता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।