फरीदाबाद : वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस का कहर धीरे धीरे हरियाणा में बढ़ता ही जा रहा है। हरियाणा के सबसे अधिक कोरोना संक्रमित इलाका है गुड़गांव और उसके बाद दूसरे नंबर पर नाम आता है फरीदाबाद का जहां कोरोना वायरस की वजह से 2 मौत भी हो चुकी हैं।
हरियाणा सरकार ने कोरोना के मामलों पर रोक लगाने के लिए पूरे हरियाणा में शाम 7:00 से सुबह 7:00 तक कर्फ्यू का आदेश दिया था लेकिन धन्य है वह लोग जिन्हें इस बीमारी से कतई डर नहीं लग रहा ऐसा लगता है कि इन लोगों ने यह ठान रखी है की सरकार के आदेशों के बिल्कुल विपरीत काम करेंगे।
लेकिन यहां हम केवल समाज के शरारती तत्वों को ही जिम्मेदार नहीं करार कर सकते क्योंकि जितने यह लोग जिम्मेदार हैं उससे कहीं अधिक प्रशासन द्वारा लापरवाही करी जा रही है।
यदि शुरुआती माहौल में देखा जाए तो फरीदाबाद में पुलिसकर्मियों ने काफी सख्ती दिखाई थी जिसका परिणाम यह था कि शुरुआत में करुणा के मामले सामने इतनी ज्यादा संख्या में नहीं है लेकिन अब प्रशासन की छूट से कोरोना के मामले भी सामने आ रहे हैं और सड़कों पर घूमती हुई भीड़ भी दिखाई दे रहे हैं।
कल शाम 7:00 बजे के बाद लोगों की भीड़ सड़कों पर इस कदर उतर आए जैसे मानो खाना खाने के बाद सैर करने निकले हैं लेकिन शायद वह इस बात से परे हैं कि यदि यह बीमारी उन्हें हो गई तो उनके साथ साथ कई लोगों को संक्रमित कर सकते हैं और इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं है उनके दिमाग से यह सब बातें शायद निकल चुकी है।
हरियाणा सरकार ने यह कर्फ्यू लोगों को 12 घंटे के लिए घरों में रहने के लिए लगाया था लेकिन जिसका परिणाम यह था की सड़कों पर पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद नहीं दिखाई दिया दिया गया नजारा फरीदाबाद क्षेत्र के कुछ इलाकों का है और हम इस बात को भी दावे से कह सकते हैं की ऐसे कई इलाके हैं जहां इस कर्फ्यू का उलंघन किया गया होगा ।
अब समय आ गया है कि हमें एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते खुद तो घर में रहना ही है और उसी के साथ साथ अपने परिवार वालों को भी घरों में रखना होगा नहीं तो फरीदाबाद शहर में कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ता ही जाएगा आशा करते हैं कि हमारे जितने भी पाठक इस खबर को पढ़ रहे होंगे वह इस बात की गंभीरता को समझेंगे और अपनी और अपने अपनों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखेंगे।