उपायुक्त यशपाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज समय की जरूरत है और सभी औद्योगिक इकाइयां पर्यावरण संरक्षण से जुड़े अपने उपकरणों को बेहतर ढंग से प्रयोग करें। स्वच्छता का ध्यान रखें ताकि बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सके। वहीं प्रशासन भी औद्योगिक क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं देने के लिए सभी प्रयास कर रहा हैं।
सभी संबंधित विभागों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह तो औद्योगिक क्षेत्रों से संबंधित समस्याओं का प्राथमिकता के तौर पर समाधान करें। उपायुक्त यशपाल शुक्रवार को डिस्ट्रिक्ट लेवल क्लीयरेंस कमेटी की बैठक में उपस्थित औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में जरूरी सुविधाएं दिया जाना संबंधित विभागों का कर्तव्य है और इसके लिए अधिकारियों को अपने से जुड़े कार्य दायित्व का निर्वाह पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी से करना चाहिए। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति, बिजली, सीवरेज, सड़क, पार्क, सौंदर्यीकरण, जन सुरक्षा सहित संबंधित सेवाओं को समय रहते औद्योगिक क्षेत्रों में शुरू व पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने औद्योगिक क्षेत्रों के प्रतिनिधियों का आवाहन किया कि वे केंद्र व राज्य सरकार की उद्योग व व्यापार संबंधी योजनाओं को विस्तार से समझकर शासन व प्रशासन के साथ मिलकर अपना सहयोग करें। स्वछता अभियान व पर्यावरण संरक्षण के लिए भी उन्होंने सभी औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को मिलकर कार्य करने का आवाहन किया।
उन्होंने कहा कि सभी औद्योगिक इकाइयां अपने उद्योग में समुचित व्यवस्था, संयंत्र, उपकरण दुरुस्त रखें ताकि किसी भी प्रकार का कोई भी पर्यावरण प्रदूषण ना होने पाए। उन्होंने आईटीआई के तहत चलने वाले स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के संबंध में कहा कि युवाओं की स्किल डेवलपमेंट के लिए औद्योगिक इकाइयां अपना सहयोग करें और युवाओं को अपने यहाँ अवसर प्रदान करे।
इस अवसर पर फरीदाबाद इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन, आईएमएसएमई, फरीदाबाद आईएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती, सरूरपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन फरीदाबाद, सेक्टर-31 इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।