हाल फिलहाल खबर आई थी कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में पटाखे ना फोड़ने का फरमान जारी किया गया है। बढ़ते प्रदूषण के स्तर को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा यह कदम उठाया जा रहा था। पर पटाखों के वितरण पर प्रतिबन्ध लगाए जाने से छोटे व्यवसायकर्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
कई दुकानदारों का कहना था कि उन्होंने पहले से ही पटाखे खरीद लिए थे जिनकी बिक्री वह दीपावली पर करना चाहते थे। पर सरकार द्वारा रोक लगाए जाने से उन्हें भारी नुक्सान झेलना पड़ रहा था। छोटे व्यवसायकर्ताओं और दुकानदारों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पटाखे फोड़ने के लिए 2 घंटे की राहत दी है।
कहा जा रहा है कि सरकार द्वारा यह कदम दुकानदारों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। महामारी के दौर में लॉकडाउन ने छोटे व्यवसायकर्ताओं के रोज़गार पर गाज गिरा दी थी। ऐसे में इन व्यवसायकर्ताओं को त्योहारों से ही उम्मीद है।
सरकार ने इस पूरे मामले में दुकानदारों के मुनाफे को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है। आपको बता दें कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा यह बयान जारी किया गया है कि प्रदेश में 2 घंटे तक पटाखे जलाए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री का कहना है कि महामारी के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाए गए ताकि प्रदूषण के बढ़ते दर को भी काम किया जा सके। आपको बता दें कि पटाखे फोड़ने की छूट सिर्फ दिवाली पर ही नहीं है क्रिसमस और नए साल पर भी मुख्यमंत्री द्वारा पटाखे फोड़ने की इजाज़त दी गई है।
प्रशासन प्रदूषण को लेकर चिंतित है और आला कदम उठाने की बात की जा रही है। पटाखे फोड़ने को लेकर प्रशासन काफी चिंतित नजर आ रहा है। पिछले काफी समय से प्रदूषण की मात्रा प्रदेश में आसमान छू रही हैं। ऐसे में थोड़ी देर के लिए भी पटाखे जलाने से प्रदूषण की मात्रा में वृद्धि हो सकती है।