प्रदूषण में हो रहे इजाफे को देखते हुए एफआईए अध्यक्ष बीआर भाटिया ने एनजीटी द्वारा लिए गए फैसले का समर्थन किया है। हाल फिलहाल नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने आदेश दिया है कि 9 नवंबर से 30 नवंबर की आधी रात तक एनसीआर में पटाखों पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।
इस दौरान न पटाखे जलाए जाएंगे न ही उनकी बिक्री की जाएगी। ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा यह कदम खतरनाक तरीके से फैल रहे प्रदूषण को देखते हुए उठाया गया है। आपको बता दें कि फरीदाबाद में पिछले काफी समय से प्रदूषण की मात्रा काफी तेज़ी से बढ़ रही है ऐसे में फरीदाबाद वासी चिंतित नजर आ रहे हैं।
एफआईए अध्यक्ष बीआर भाटिया का कहना है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा लिया गया यह फैसला सराहनीय है। पटाकों पर लगी रोक से पर्यावरण सुरक्षित रह पाएगा और प्रदूषण स्तर में भी गिरावट आएगी। उनका कहना है कि प्रदूषण कम करने के लिए सरकार को नियमित रूप कदम उठाने की जरूरत है।
क्षेत्र में हर जगह धूल मिट्टी उड़ती है जिससे प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में प्रशासन को जरूरत है कि जल छिड़काव किया जाए और धूल को उड़ने से रोका जाए। उन्होंने फरीदाबाद में बढ़ते प्रदूषण के चलते यहाँ की आवाम से अपील की है कि वह भी पर्यावरण संरक्षण की ओर अग्रसर हो।
उन्होंने फरीदाबाद की जनता से अपील की है कि कम से कम गंदगी फैलाई जाएं जिससे प्रदूषण नियंत्रण में आ सके। उनका कहना है कि क्षेत्र में जनता अपने द्वारा फैलाए गए कूड़े को जलाती है जिससे प्रदूषण बढ़ जाता है।
ऐसे में जरूरत है यह समझने की कूड़ा फैलाने पर रोक लगाईं जाए और प्रदूषण को नियंत्रित किया जाए। उन्होंने एनजीटी के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि त्यौहार मनाने के लिए पटाखे इकलौता विकल्प नहीं है। इस बार त्यौहारों में खुशियां बांटने की जरूरत है और पर्यावरण संरक्षण उन खुशियों का गुरुमंत्र है।