पूरे विश्व को घातक बीमारी व जानलेवा सौगात देने के बाद भारत में पूर्ण तरीके से चीन और चीन में निर्मित वस्तुओं का बहिष्कार कर दिया था। इन्हीं सब के चलते अब चीन ने कोरोना संक्रमण के दौर के चलते अब चीन में भारतीयों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। वहीं चीन द्वारा भारतीयों के प्रवेश पर रोक लगाने हेतु वीजा या रेसिडेंट परमिट पर भी अंकुश लगा दिया है।
अगर हम कहें कि यह कहावत की चोर उल्टा कोतवाल को ही डाटें तो यह बिल्कुल चाइना देश पर सार्थक होगी। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि पहले तो चाइना खुद ही कोरोना वायरस जैसी महामारी ना सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व को सौगात के रूप में दे चुका है
वहीं अब स्वयं ऐसे कदम उठा रहे हैं कि मानो गलती भारत की हो। इस तरह के नए नियम बनाकर चाइना अपने लिए मुश्किल की दीवार खड़ी कर रहा है।
चीन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते चीन ने ब्रिटेन, बेल्जियम और फिलीपींस के लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के यात्रियों को अतिरिक्त स्वास्थ्य परीक्षण रिजल्ट पेश करना होगा। जबकि ब्रिटेन से यात्रा करने वाले गैर चीनी नागरिकों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है भले ही वे वैध वीजा और निवास परमिट रखते हों।
चीन ने अपने बयान में कहा कि, ब्रिटेन से गैर चीनी यात्रियों की अस्वीकृति आई क्योंकि इंग्लैंड ने गुरुवार से शुरू होने वाले एक महीने के लॉकडाउन में प्रवेश किया है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा यूरोप में सबसे अधिक है और यह रोजाना 20,000 से अधिक नए कोरोना वायरस मामलों से जूझ रहा है। बेल्जियम में नए कोरेाना के मामलों में यूरोप की प्रति व्यक्ति संख्या सबसे अधिक है, जबकि दक्षिण-पूर्व एशिया में फिलीपींस में इंडोनेशिया के बाद संक्रमणों और मौतों की संख्या सबसे अधिक है।