बड़े भाई की 11 बार और छोटे भाई की 6 बार लगी सरकारी नौकरी, जानिए किस ट्रिक का करते है इस्तेमाल

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हर किसी के लिए सरकारी नौकरी पाना आसान नहीं होता है। कड़ी मसक्कत के बाद ही सरकारी अधिकारी बनते है। सीमित अवसर होते हैं और इसे पाने की कोशिश में देश भर से हजारों-लाखों लोग लगे रहते हैं। हम आपको 2 ऐसे भाइयों के बारे में बताने जा रहे है जिनके पीछे सरकारी नौकरियों की लाइन लगी हुई है।

आप हैरान हो गए होंगे कि इंसान को एक सरकारी नौकरी पाने में हालात ख़राब हो जाती है फिर इन दोनों भाइयों के साथ ऐसे कैसे हो रहा लेकिन इन दोनों भाइयों ने अपनी लगन और मेहनत से कामयाबी हासिल की है।

बड़े भाई की 11 बार और छोटे भाई की 6 बार लगी सरकारी नौकरी, जानिए किस ट्रिक का करते है इस्तेमाल

तो चलिए आपको बता दे कि राजस्थान के सीकर के रहने वाले ये दो भाइयों ने अपनी मेहनत के दम पर एक नहीं बल्कि कई-कई बार सरकारी नौकरी के लिए चयनित हुए। बड़ा भाई 11 बार और छोटा भाई 6 बार विभिन्न विभागों के लिए चयनित हो चुका है।

बता दे 11 बार सरकारी नौकरी लगने वाले राकेश वर्तमान में सीकर जिले के गांव रसीदपुरा के सरकारी स्कूल में द्वितीय श्रेणी शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

बड़े भाई की 11 बार और छोटे भाई की 6 बार लगी सरकारी नौकरी, जानिए किस ट्रिक का करते है इस्तेमाल

इनके बारे में विस्तार से बता दे साल 2010 में एसएससी एमटीएस में सेलेक्शन हुआ। साल 2011 में एसएससी आर्मी की परीक्षा पास की। साल 2011 में ही टेट और सीटेट की परीक्षा में सफलता हुए।

इसी साल एसएससी स्टेनोग्राफर की परीक्षा में सफलता हुए। इसी साल एसएससी की एक और परीक्षा दी। 2012 में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा पास की। 2013 में फिर थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा दी।

बड़े भाई की 11 बार और छोटे भाई की 6 बार लगी सरकारी नौकरी, जानिए किस ट्रिक का करते है इस्तेमाल

इसी साल सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में पास हुए, सीकर में ज्वाइन किया। 2015 में प्रथम श्रेणी व्याख्याता भर्ती पास कर बांसवाड़ा में पोस्टिंग लेकिन ज्वाइन नहीं किया।

2018 में प्रथम श्रणी व्याख्याता परीक्षा राजनीति विज्ञान में उतीर्ष। वहीं छोटे भाई महेंद्र कुमार तानाण ने भी 6 सरकारी नौकरियां प्राप्त की।

बड़े भाई की 11 बार और छोटे भाई की 6 बार लगी सरकारी नौकरी, जानिए किस ट्रिक का करते है इस्तेमाल

वर्ष 2013 में सबसे पहले एलडीसी की परीक्षा पास की। वर्ष 2015 में रेलवे स्टेशन मास्टर बने। वर्ष 2016 में पटवारी की परीक्षा पास की। वर्ष 2016 में रेलवे में एनटीपीसी की पास की। वर्ष 2017 में ग्राम सेवक बने। फिलहाल इसी पद पर कार्यरत। वर्ष 2018 में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में सफलता प्राप्त की।