महामारी के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। हरियाणा सरकार इस महामारी से निपटने के लिए सख्त रुख अपना रही है। बता दें कि प्रदेश में एक बार फिर कोविड-19 खतरनाक स्तर पर बढ़ रहे हैं। 46 दिन बाद फिर से 1 दिन में ढाई हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। वहीं 36 दिन बाद मौत का आंकड़ा 20 के भी पार हो गया है। ऐसे में सरकार की चिंता स्वभाविक है बढ़ते मामलों को नियंत्रण में करने के लिए सरकार अलर्ट हो गई है।
महामारी से बचने के लिए सरकार ने सभी गाइडलाइंस पहले ही जारी किए हुए हैं। साथ ही लोगों को भी इनलाइड लाइन का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। यदि फिर भी कोई व्यक्ति बिना मास्क के पाया जा रहा है उसका चालान सरकारी अधिकारी कर रहे हैं।
सरकार का कहना है कि लापरवाही बरतने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और इसके लिए ही अब पटवारी ग्राम सेवक और कानूनगो को भी बिना मास्क मिलने वाले व्यक्ति के चालान करने का अधिकार दिया जाएगा।
इसके लिए मुख्य सचिव विजय वर्धन ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी उपयुक्त तो और अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। डीसी एसपी और अन्य अधिकारियों से कहा गया है कि वह मात्र ना पहनने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करें तथा और भी जो गरीब आदिवासी और पिछड़े इलाके के लोग हैं उन्हें जागरूक करें।
भिवानी, गुड़गांव, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, रोहतक, करनाल, पानीपत, व जींद इन सभी शहरों में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अब तक के सक्रिय मरीजों की संख्या 17944 हो गई है। इतना ही नहीं इनमें से 70% मरीज होम आइसोलेशन में है जिनका घर पर इलाज चल रहा है। ऐसे में सरकार कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती और यही कारण है जिसकी वजह से अब ग्राम सेवक पटवारी और कानूनगो को भी चालान करने का अधिकार दिया गया है।