महामारी के जद में आ रहे संत मतों की संख्या काफी हद तक बढ़ती जा रही है साथ ही बाजारों में त्योहार के कारण भीड़ भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है अगर बात करें बीके अस्पताल एनआईटी स्थित एक नंबर मार्केट बल्लभगढ़ मार्केट ओल्ड मार्केट के बाजारों में भीड़ का आंकड़ा और लापरवाही की हद देखने को मिल रही है
लोगों है की बेखबरी से बाहर निकलना ऐसा लग रहा है जैसे लोग खुद ही अपने लिए आफत मोल आ रहे हैं इसका परिणाम आगे चलकर भैया भी हो सकता है ऐसे में न सिर्फ सचेत रहने की जरूरत है बल्कि उन लोगों को भी आगाह करने की जरूरत है
बेशक त्योहारों का सीजन चल रहा है लेकिन लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि अभी भी हम उसी महामारी के दौर से गुजर रहे हैं जिससे हम 7 महीने पहले गुजर रहे थे लोगों ने बाजारों में जाकर भीड़ करनी शुरू कर दी है और लोग यह भूल गए हैं कि वीर से कुछ लोग संक्रमित भी हो सकते हैं
किसी को सुजान जोखिम में डाल सकते हैं कई लोगों तो अपने बच्चों को भी मार्केट में बाहर लेकर घूम रहे हैं और इस कारण मासूम बच्चों को लापरवाही के रेट चढ़ाया जा रहा है
इस बेफिक्री से बाजारों में घूमना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करना सरासर मुंह की लापरवाही को दर्शा रहा है हालांकि स्वास्थ्य विभाग इस पर लगाम कसने की पूरी कोशिश कर रहा है पर लोगो को कम समझ आ रहा है