साल 2021 की शुरुआत में नीलम पुल की दोनों लेन पर यातायात पहले की तरह शुरू हो जाएगा। जनवरी माह तक पुल की मरम्मत पूरी हो जाएगी और यात्री बिना किसी परेशानी के सफर कर सकेंगे।
इस पुल की मरम्मत के लिए नगर निगम ने निविदाएं मांगी हैं, जिन्हें बुधवार को खोला जाएगा। नगर निगम की तरफ से जल्द ही किसी कंपनी को मरम्मत का काम आवंटित कर दिया जाएगा। करीब 24 लाख रुपये अनुमानित की है।
पुल का काम 45 दिनों में पूरा करना होगा। मरम्मत करने वाली कंपनी इस पुल को क्षतिग्रस्त हुए तीन नए बनाएगी। एक पिलर की मरम्मत करेगी और पुल के बैरिंग नए लगाएगी। इसके आलावा अन्य मरम्मत कार्य भी कंपनी को इसमें करने होंगे।
बीते महीने नीलम पुल के नीचे रखे कबाड़ के ढेर में आग लगने से पुल के करीब 4 पिलर क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिसके चलते नीलम पुल पर होने वाला यातायात बंद हो गया था। पुल के नीचे एक साइड में कुछ मरम्मत की गई और करीब 11 दिन बाद 2 नवंबर को नीलम की एक नई लेन यातायात के लिए खोल दी गई है।
आग लगने से क्षतिग्रस्त हुए पुल नीलम रेलवे ओवरब्रिज को मरम्मत के बाद शुरू होने में करीब ढाई महीने का समय और लगेगा। इसलिए लोगों को अभी करीब ढाई महीने तक दिक्कत का सामना करना होगा। भारी वाहनों के लिए नीलम पुल फ़िलहाल पूर्णतः बंद है।
जबकि पुल की एक लेन को हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। ऐसे में शहर के लोगों को अगले साल जनवरी के अंत तक वैकल्पिक रास्तों को अपनाना होगा। नगर निगम आयुक्त यश गर्ग ने इस पुल की मरम्मत के लिए चार इंजीनियरों की टीम का गठन किया है।
नगर निगम के मुख्य अभियंता टीएल शर्मा, अधीक्षक अभियंता विजय ढाका, कार्यकारी अभियंता ओपी कर्दम और पीडब्ल्यूए के कार्यकारी अभियंता प्रदीप सिंधु की टीम इस पुल की मरम्मत कराएगी। निगम आयुक्त यश गर्ग ने प्रमुख संस्थानों से पुल का प्रशिक्षण करवाया है।
इसमें केंद्र सरकार की अधिकृत कॉर्टेक्स कंस्ट्रक्शन सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और जयपुर स्थित मालवीय राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान और नगर निगम की इंजीनियरिंग शाखा ने पुल का निरक्षण किया है।